हाथरस गैंगरेप: प्रदेश में बीते 14 सितंबर को हुए हाथरस में 19 वर्षीय युवती संग दुष्कर्म का मामला सामने आया। इसके बाद पुलिस और प्रशासन मामले की लीपापोती करती दिखी। इस पूरे प्रकरण में निशाने पर रही तो प्रदेश की योगी सरकार। सुबे की सरकार ने हाथरस के एसपी समेत 6 पुलिसवालों को तत्काल निलंबित कर दिया है।
आपको बता दें कि योगी सरकार ने हाथरस के एसपी विक्रांत वीर, डीएसपी, सीओ राम शब्द, इलाके के इंस्पेक्टर दिनेश कुमार शर्मा, सब इंस्पेक्टर जगवीर सिंह, हेड कांस्टेबल महेश पाल समेत 7 बड़े पुलिस वालों को निलंबित किया है। योगी सरकार ने यह कार्रवाई पुलिस प्रशासन के लापरवाही पर की है।
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इसके साथ ही सभी पुलिस वालों और आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाएगा। इसके अलावा पीड़िता के परिवार का भी नार्को टेस्ट किया जाएगा। इसका साफ मतलब यह है कि सरकार को पुलिस प्रशासन के साथ पीड़िता के परिवार वालों पर भी संदेह है। हो सकता है कि किसी कारण से परिवार वाले दुष्कर्म का आरोप लगा रहे हो।
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बता दें कि गुरुवार की रात इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 11 पन्नें का निर्देश जारी किया है। हाई कोर्ट द्वारा पीड़िता की अंत्येष्टि पर सवाल खड़े किए गए हैं। न्यायपालिका की ओर से पीड़िता और परिवार के मानवाधिकार का हनन पर सवाल पूछे गए हैं। इस संबंध में 12 अक्टूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच पर सुनवाई शुरू होगी।
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