Justice For Lavanaya

Justice For Lavanaya: प्रियांक देव पाठक की कलम से…”भारत में जबरन मतांतरण का खेल कब तक?”

Justice For Lavanaya : एक तरफ उत्तर भारत के उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड एवं पंजाब में विधानसभा चुनाव के कारण जातिगत माहौल गरमाया हुआ है। वहीं दूसरी ओर दक्षिण भारत में धार्मिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश चरम पर है। विद्यालयों में हिजाब पहनना चाहिए की नहीं इसपर उच्च न्यायालय से लेकर उच्चतम न्यायालय तक में चर्चा…

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मनोज मानव की कलम से…”रहने लायक देश बनायें”

मनोज मानव की कलम से… “रहने लायक देश बनायें” छोड़ो जाति, धरम की दुनिया, जोड़ो सबको एक हो जायें, रहने लायक परिवेश बनाकर आओ मिलकर फिर देश बनाये-२ जीवन जीने, कुछ रखने का, कुछ हासिल करने का उद्देश्य बनाये, छोड़ो नक्शा, जोड़ो नक्शा, फिर मिलकर हम एक हो जाये, चलो रहने लायक देश बनाये-२ आग…

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Manoj Manav Poetry: मनोज मानव की कलम से…प्रीति रिश्तों में…

मनोज मानव की कलम से… प्रीति रिश्तों में सिर्फ यदि सिमटी रहेगी। जाति-धर्मों में तब तक उलझी रहेगी।। कभी अमीरी-गरीबी के हत्थे चढ़ेगी। कभी जुल्मियों के हाथों जलती रहेगी।। बंदिशों के विरुद्ध, साजिशों के विरुद्ध, जब बढ़ेगी-चलेगी, प्रेम की गंगा बहेगी।। गाँव-गलियों में बहेगी समता की हवा प्रीति उन्नति की आँचल में पढ़ेगी, बढ़ेगी ।।…

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Article of this week

Article of this week: छल-कपट से भरा व्यक्ति मोक्ष की मंजिल को प्राप्त नहीं कर सकता

“सरल सुभाव न मन कुटिलाई। जथा लाभ संतोष सदाई” तुलसीदास जी कहते हैं कि, कहहु भगति पथ कवन प्रयासा। जोग न मख जप तप उपवासा। सरल सुभाव न मन कुटिलाई। जथा लाभ संतोष सदाई।। भावार्थ कहो तो, भक्ति मार्ग में कौन-सा परिश्रम है? इसमें न योग की आवश्यकता है, न यज्ञ, जप, तप और उपवास…

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आज है अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस, इस दिन से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी

International girls day: आज 11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के रुप में मनाया जाता है। आज के दिन दुनिया भर में बालिकाओं के उत्थान और सशक्तिकरण के लिए तमाम सारे प्रयास किए जाते हैं। आज की स्थिति की बात करें तो देश ही नहीं दुनिया में भी लड़कियों की हालत चिंताजनक बनी हुई है।…

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..शराफत से खड़े रहो , यह पुलिस स्टेशन है, तुम्हारे बाप का घर नहीं

” जब तक बैठने को ना कहा जाए तब तक चुपचाप शराफत से खड़े रहो , यह पुलिस स्टेशन है, तुम्हारे बाप का घर नहीं ।” फिल्म जंजीर का यह डायलॉग आज किसकी जुबान पर जस का तस नहीं है । यह संवाद अमिताभ बच्चन और उस मूवी में शेर खान का किरदार निभा रहे…

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जानिए 10.10.20 की तारीख का महत्त्व, कैसा होगा आपका दिन

10.10.20: वैसे तो साल का हर एक दिन बेहद खास होता है, लेकिन तीनों मिलती-जुलती तारीखों का योग और भी ज्यादा रोचक हो जाता है। आज की तारीख 10.10.20 भी ऐसा ही अनोखा दिन है। ज्योतिष के अनुसार यह महीने का सबसे लकी डे है। आइए जानते हैं आज के दिन से जुड़ी कुछ खास…

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मौसम वैज्ञानिक के जीवन से जुड़े कुछ अनोखे किस्से

गुरुवार की रात एक ऐसी खबर ने देश की सभी राजनीतिक पार्टियों का दिल झकझोर दिया। ना कहु से दोस्ती ना काहू से बैर वाले रामविलास पासवान ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। राजनीति के मौसम वैज्ञानिक कहे जाने वाले पासवान के नाम कई वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं। यह जानना आश्चर्य की बात होगी कि…

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बीएचयू की रजत जयंती पर ऐसा क्या बोल गए गांधी जो सभी को बुरी लग सकती थी

यह बात 21 जनवरी 1942 की है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय को स्थापित हुए 25 साल बीत चुके थे। रजत जयंती का अवसर था और देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। अब इतने बड़े मौके पर ऐसा क्या बोल गए गांधी जो सभी को बुरी लग सकती थी!…

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शास्त्री जी ने क्यों किया था ताशकंद समझौते पर हस्ताक्षर

देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को शब्दों में बांधना कठिन है। बावजूद इसके अगर कोई ऐसा करने की जुर्रत भी करे तो ज्यादा से ज्यादा क्या लिखेगा !! सादगी, समझदारी, काबिलियत, लगन, हौसला और जज्बा , ये चंद अल्फाज होंगे जो शास्त्री जी को अपने में समेटने की कोशिश करेंगे पर उनकी यह…

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आखिरकार वो जिंदगी की जंग हार गई

पुत्री दिवस मनाते समाज को तमाचा मार गई। बड़बोलों के बीच एक घनघोर सन्नाटा पसार गई। क्यूं रहे वो यहां जब कदर ही नहीं उसकी, आखिरकार वो जिंदगी की जंग हार गई।   तुम जात पात में उलझे रहो, वो तो इसके पार गई। नारी उत्थान के पैरोकारों को फिर से दुत्कार गई। सीता ,…

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