West Bengal Birbhum Violence: 30 मार्च को पीएम मोदी करेंगे बंगाल बीजेपी विधायको के साथ बैठक, बीरभूम हिंसा माले पर चर्चा संभव

West Bengal Birbhum Violence

West Bengal Birbhum Violence:  पश्चिम बंगाल के बीरभूम में बीते 21 मार्च को हुए हिंसा मामले पर सियासत गरमा गई है। जहां हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को विपक्ष घेरने में लगा है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी और सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के बीच शीत युद्ध छिड़ गया है।

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आपको बता दें, बीते सोमवार को बीरभूम के रामपुरहाट के बोगटुई गांव में हुए हिंसा को लेकर बंगाल विधानसभा में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। साथ ही तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के विधायको ने बंगाल विधानसभा के अंदर हाथापाई भी की और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार को घेरने की कोशिश की।

West Bengal Birbhum Violence
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इस मामले पर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संज्ञान लेते हुए बुधवार 30 मार्च को बंगाल बीजेपी के सांसदों के साथ बैठक करेंगे। सूत्रों की माने तो बुधवार 30 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल के भारतीय जनता पार्टी के विधायकों को सुबह चाय पर बुलाया है।

West Bengal Birbhum Violence: राज्यपाल से मिले अमित शाह

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आपको बता दें, बीते सोमवार को पश्चिम बंगाल के विधानसभा में हुए हंगामे और दोनो पक्ष के विधायको के बीच हुए हाथापई के बाद बीते सोमवार को ही पश्चिम बंगाल के राज्य पाल जगदीप धनखड़ ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गृहमंत्री अमित शाह को इस वक्त की बीरमूम की मौजूदा स्थिती की जानकारी देते हुए घटना पर चर्चा की।

सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल नेबीरभूम जिले के बागुटी गांव में 21 मार्च को तीन महिलाओं और दो बच्चों समेत आठ लोगों को जिंदा जलाए जाने की घटना और उसके बाद बीरभूम समेत पूरे प्रदेश की मौजूदा स्थिती की जानकारी थी। खुद राज्यपालधनखड़ ने राज्य की ममता बनर्जी सरकार की आलोचना की है।

West Bengal Birbhum Violence: क्या है पूरी घटना

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बीते 21 मार्च को बीरभूम के रामपुरहाट के बोगटुई गांव में कुछ घरों में आग लगा दी गई थी, जिससे 8 लोग झुलस के मर गए थे। मरने वालों में महिलाएं और 2 बच्चे भी शामिल थे। घटना के बाद जब जांच की गई तो ऑटोप्सी रिपोर्ट में ये बात साफ हो गई कि जलाने के पहले मृतकों की बेरहमी से पिटाई की गई है।

ये वारदात टीएमसी नेता की हत्या के एक दिन के बाद हुई थी। इसलिए पंश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दूसरी ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ितों के परिवारों के लिए 5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। बता दें, अब इस मामले की जांच सीबीआई से करने की मांग हो रही है।

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