UP Assembly Election: बीजेपी ने किसानों के लिए तैयार की योजना, किसानों को तीन कृषि कानूनों और सरकारी योजनाओं की विस्तार से देगी जानकारी

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UP Assembly Election: उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने किसानों की नाराजगी को दूर करने की एक नई योजना तैयार की है। किसान आंदोलन के चलते संभावित नुकसान को कम करने के लिए बीजेपी ने एक अभियान चलाने का फैसला किया है। जिसके तहत बीजेपी किसान मोर्चा 15 अक्टूबर से 15 दिसंबर तक अभियान चलाएगा।

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UP Assembly Election: बीजेपी किसानों को तीन कृषि कानूनों की विस्तार से देगा जानकारी

बीजेपी किसान मोर्चा इस अभियान के तहत उत्तर प्रदेश के हर छोटे-बड़े गांव तक पहुंच कर किसानों को तीनों कृषि कानूनों और सरकार की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और उनके फायदे बताएगा।

UP Assembly Election: सभी किसानों तक पहुंचेगा ‘बीजेपी किसान मोर्चा’

करीब 2 महीने तक चलने वाले इस अभियान के दौरान बीजेपी किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश के छोटे बड़े गांवों तक पहुंच कर किसानों को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा खास तौर पर किसानों को लेकर चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी देगा.

UP Assembly Election: किसानों के एक-एक सवालों का जवाब देगी बीजेपी

इस अभियान के दौरान किसान मोर्चा किसान नेताओं द्वारा किसानों के ज़हन में जो सवाल खड़े किए गए हैं उन सब का भी जवाब देगा। साथ ही ये बताने की कोशिश करेगा कि किसान नेता लोगों को सिर्फ गुमराह करने का काम कर रहे हैं।

UP Assembly Election: 15 अक्टूबर से 15 दिसंबर के बीच चलेगा अभियान

15 अक्टूबर से 15 दिसंबर के बीच चलने वाले इस अभियान के दौरान किसान मोर्चा की कोशिश होगी कि वह उत्तर प्रदेश के किसानों को यह समझा सके की केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने जो योजनाएं शुरू की है उसका सबसे ज्यादा फायदा छोटे किसानों को मिलेगा। इस दौरान किसान मोर्चा किसानों के सामने आंकड़ों के तरीके बताने की कोशिश भी करेगा कि तीनों कृषि कानूनों के आने के बाद किस तरीके से किसानों को फायदा मिला है और आने वाले सालों में किस तरह का फायदा मिलेगा।

UP Assembly Election: 18 सितंबर को लखनऊ में होगा किसान सम्मेलन

इसी कड़ी में 18 सितंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में एक किसान सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि योगी आदित्यनाथ इस मौके पर किसानों को लेकर कुछ बड़ी घोषणाएं भी कर सकते हैं।

यानी कुल मिलाकर बीजेपी की रणनीति साफ है कि किसान आंदोलन से होने वाले किसी भी तरह के संभावित नुकसान को कम किया जा सके और इसी कड़ी में बीजेपी किसान मोर्चा इस अभियान की शुरुआत कर रहा है. गौरतलब है कि अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसमें से दो राज्य ऐसे हैं जिनमें इस किसान आंदोलन का सीधा असर पड़ सकता है और ये राज्य हैं उत्तर प्रदेश और पंजाब. इसी को ध्यान में रखते हुए बीजेपी किसानों तक पहुंचने के लिए अलग-अलग योजनाओं पर काम कर रही है और किसान मोर्चा का यह अभियान भी उसी कड़ी का एक हिस्सा है।

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