Prayagraj Teaches Hunger Strike: उत्तर प्रदेश के सहायक शिक्षक भर्ती में हो रही देरी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। हजारों अभ्यर्थियों ने प्रयागराज में भर्ती परीक्षा कराने वाली संस्था परीक्षा नियामक प्राधिकारी के दफ्तर के बाहर अनशन किया। दरअसल प्राइमरी स्कूलों में सहायक परीक्षा में एक नबंर से पिछड़ने वाले अभ्यार्थियों की भर्ती अब तक नहीं की गई है। जबकि इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच और लखनऊ की सिंगल बेंच ने पहले ही अपना फैसला सुना दिया था, जिसके मुताबिक जो अभ्यर्थी केवल 1 नंबर कम रहने से मेरिट लिस्ट में नहीं आए हैं, उन्हें सेलेक्शन में शामिल कर नौकरी दिया जाना शामिल है।
Prayagraj Teaches Hunger Strike: सहायक अध्यापक के 69 हज़ार पदों पर भर्ती में हो रही देरी

ये भी पढ़ें- PNB Super Mega E Auction: 24 दिसंबर को PNB करेगा पर मेगा ई-ऑक्शन
आपको बता दें, सहायक अध्यापक के 69 हज़ार पदों पर भर्ती होनी है। जिनमें 1 हजार खाली पड़े पदों के लिए परीक्षा में एक नंबर से पीछे रह जाने वाले अभ्यार्थियों की मांग है कि कोर्ट की आदेश के बाद भी अब तक उनकी बहाली में देरी क्यों की जा रही है। जिसे लेकर सैकड़ों की संख्या में अभ्यार्थी अनशन कर रहे हैं। जिनमे महिलाएं भी शामिल हैं। बता दें, ये परीक्षा जनवरी 2018 में हुई थी।
Prayagraj Teaches Hunger Strike: अगस्त में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुनाया था फैसला
इसी साल अगस्त में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुनाया था। लेकिन अदालत का फैसला आने के 4 महीने बाद भी जब अभ्यार्थियों की भर्ती परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा नहीं की गई तो मजबूरन उन्हें अनशन करना पड़ रहा है। इस अनशन में उत्तर प्रदेश के कई जिलों से अभ्यर्थी शामिल हुए हैं। ये अनशन पिछले दो दिनों से चल रही है। अनशन पर बैठे अभ्यार्थियों का कहना है कि जबतक नौकरी का लिखित आश्वासन नहीं मिलता तबतक अनशन जारी रहेगा।
खबरों के साथ बने रहने के लिए प्रताप किरण को फेसबुक पर फॉलों करने के लिए यहां क्लिक करें।