हाथरस – उत्तर प्रदेश के हाथरस में 14 सितंबर को 19 वर्षीय लड़की के साथ हुए गैंगरेप कांड में लड़की की मौत हो जाने के बाद विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। 1 अक्टूबर देर शाम सोशल मीडिया पर हाथरस (Hathras) के डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार (DM Pravin Kumar Lakshkar) का एक वीडियो वायरल होने लगा जिसमें वह कथित तौर पर पीड़िता के परिवार को बयान बदलने के लिए धमकाते हुए नजर आ रहे थे। वीडियो वायरल होने के बाद मीडिया में और आम लोगों में हाथरस के डीएम के खिलाफ काफी आक्रोश भरा हुआ है।
परिवार को किया नजरबंद
ताजा जानकारी के मुताबिक 2 अक्टूबर को हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार और एसपी विक्रांत वीर (SP Vikrant Veer) ने पीड़िता के परिवार के सभी सदस्यों के फोन छीन कर उन्हें घर में नजरबंद कर दिया। साथ ही गांव में जाने वाले हर रास्ते पर पुलिस बैठा दी, डीएम ने यह कार्य इसलिए किया था कि परिवार पीड़िता का परिवार मीडिया से बातचीत न कर पाए।
इसी बीच गांव का एक बच्चा खेतों में छिपते हुए मीडिया के पास पहुंच गया और उसने मीडिया को जानकारी दी कि डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने पीड़िता के पिता की छाती में लात मारी और वह बेहोश हो गए थे। साथ ही उस लड़के ने यह भी बताया कि सभी लोगों के फोन छीन कर पुलिस ने अपने पास जमा कर लिए हैं और जगह-जगह पुलिस तैनात कर दी है, ताकि गांव में मीडिया वाले ना घुस सकें। इससे पहले हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने पीड़िता की मां से यह भी कहा था कि “अगर आपकी बेटी कोरोना के चलते मर जाती तो उसे कोई मुआवजा थोड़े ही मिलता”।
CM योगी नाराज
खबर यह भी है कि हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार और एसपी विक्रांत वीर के कार्यशैली और उनके विवादों में आ जाने से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) काफी नाराज हैं। मीडिया को मिली जानकारियों के मुताबिक योगी सरकार कभी भी डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार और एसपी विक्रांत वीर पर कार्रवाई कर सकती है। पूरे केस में हाथरस के डीएम फंसते हुए नजर आ रहे हैं क्योंकि वह बार-बार पीड़िता के परिवार को ही परेशान कर रहे हैं।