भारत का चीनी का कटोरा कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में गन्ना उत्पादक किसानों की स्थिति अच्छी नहीं है। कोरोना के मार से आर्थिक तंगी झेल रहे गन्ना सप्लाई करने वाले किसानों को अब तक पिछले सत्र का ही भुगतान नहीं हो पाया है। ऐसे में किसानों को उधार लेकर अपने परिवार का भरण पोषण करना पड़ रहा है।
बागपत (Baghpat) जिले के 1,24,264 किसानों ने 12 चीनी मिलों को 412 लाख क्विंटल गन्ना सप्लाई किया था । लेकिन, भुगतान के नाम पर किसानों के खाते में केवल 52.68% ही पैसा आया है । लगभग आधा भुगतान बाकी है। बकाया राशि की रकम 626 करोड़ 48 लाख है ।
किन मिलों पर कितना है बाकी —-
बागपत 2994.63
रमाला 7868.57
मलकपुर 30294.91
किनौनी 11802.39
दौराला 22.24
नंगला मल 10.47
तितावी 175.24
खतौली 151.15
भैसाना 4521.74
ऊन 1939.96
ब्रजनाथपुर 223.22
मोदीनगर 2644.09
यह आंकड़ा लाख रूपए में है ।
भारतीय किसान संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अन्नू मलिक (Anu Malik) का कहना है कि योगी सरकार खेती और किसानी के मोर्चे पर पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। किसानों को बकाया भुगतान नहीं मिल रहा है। अगर बकाया भुगतान मिल जाए तो बाजार की स्थिति भी सुधरेगी और किसानों को महामारी के बीच आर्थिक राहत भी मिलेगी ।