DELHI: अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए जोर शोर से तैयारी जारी है। विश्व हिंदू परिषद ने दिल्ली के 11 स्थानों की मिट्टी अयोध्या भेजी है। इसका उपयोग राम मंदिर की नींव में किया जाएगा।
दिल्ली के सिद्ध पीठ कालकाजी, प्राचीन पांडव कालीन भैरव मंदिर पुराना किला, गुरुद्वारा शीश गंज चांदनी चौक, गौरी शंकर मंदिर चांदनी चौक, श्री दिगंबर जैन लाल मंदिर चांदनी चौक के साथ प्राचीन हनुमान मंदिर कनॉट प्लेस, प्राचीन शिव नवग्रह मंदिर कनॉट प्लेस, प्राचीन काली माता मंदिर बांग्ला साहिब कनॉट प्लेस, श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर, बिरला मंदिर, भगवान बाल्मीकि मंदिर और बद्री भगत झंडेवालन मंदिर करोल बाग से मिट्टी एकत्रित करके अयोध्या के लिए भेजी गई है।
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया, ‘हम चाहते हैं कि अयोध्या में जो राम मंदिर बन रहा है उसमें यह मिट्टी इस्तेमाल हो।इसके अलावा देशभर के पवित्र स्थानों की मिट्टी भी मंदिर की नींव में डाली जाएगी।’
आलोक कुमार ने बताया, ‘चार लाख गांवों के 10 करोड़ घरों से राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा किया जाएगा। हमारे पास कुछ लोग आए थे कि वो मंदिर का निर्माण करवा सकते हैं। हमने ट्रस्ट से आग्रह किया था कि लोगों के सहयोग से ये मंदिर बने। एक राशि तय हो। हम 4 लाख गांवों में 10 करोड़ घरों में जाकर राशि इकट्ठा करेंगे।’
पांच अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन समारोह होगा, जिसमें पीएम मोदी भी शामिल होंगे।