संसद के नए भवन के टेंडर को लेकर जो चर्चा चल रही थी उस पर अब विराम लग गया है। अब स्थिति पूरी तरह साफ है कि टेंडर किसे मिलेगा । सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट ( CPWD) ने बुधवार को इस बात का ऐलान कि संसद की नई बिल्डिंग को बनाने का ठेका टाटा ग्रुप (Tata Group) ने जीत लिया है । टाटा ग्रुप ने इसके लिए 861. 90 करोड़ की बोली लगाई थी।
आपको बता दें कि सात कंपनियां पहले से ही इस ठेके को हासिल करने की रेस में थीं। टाटा ग्रुप ने यह टेंडर लार्सन एंड टुब्रो ( L & D )और शपूरजी पलोनजी एंड कंपनी pvt. ltd को हराकर जीता है । L &D ने इसके लिए 865 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी ।
क्या है यह प्रोजेक्ट
सेंट्रल विस्टा (Central Vista) प्रोजेक्ट राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट के बीच 3 किलोमीटर के इलाके में फैला है । नए प्लान के तहत यह इमारत गोल नहीं बल्कि तिकोनी बनेगी जिसमें 900 से लेकर 1200 सांसदों के बैठने की व्यवस्था होगी । पिछले साल सितंबर में भारत सरकार ने इसके रीडेवलपमेंट का ऐलान किया था । गुजरात की आर्किटेक्चर कंपनी HCP डिजाइंस इस नए प्रोजेक्ट के रीडेवलपमेंट का कंसल्टेंसी बीड जीत चुकी है ।