HARIDWAR: एक तरफ जहां पूरे देश में कोरोना वायरस की महामारी से हाहाकार मचा हुआ है तो वहीं प्रकृति भी अपना खेल दिखा रही है। उत्तराखंड के हरिद्वार में प्रसिद्ध हर की पौड़ी ( Har ki Paudi) के ब्रह्मकुंड के पास अकाशीय बिजली गिर गई। ये हादसा देर रात हुआ। इस हादसे में जान-माल का नुकसान तो नहीं हुआ लेकिन ट्रांसफार्मर समेत 80 फीट की लंबी दीवार ढह गई।
रात का समय और कोरोना संक्रमण को लेकर पाबंदियों की वजह से घटनास्थल पर लोग नहीं थे, जिसकी वजह से किसी की जान नहीं गई। यह घटना देर रात करीब ढाई बजे की बताई जा रही है।
घटना की सूचना पाकर SSP मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस, प्रशासन और सेवादारों ने आसपास बैरिकेडिंग लगाकर फैले मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया।
विभागीय लापरवाही से हुआ हादसा
हर की पौड़ी क्षेत्र के पूर्व पार्षद और बीजेपी नेता कन्हैया खेवड़िया का कहना है कि दीवार का ढहना पूरी तरह से विभागीय लापरवाही है। 30 फीट की रोड में 9 फीट के गड्ढे हैं। कल बारिश ज्यादा हुई और रिसाव के कारण दीवार ढह गई। इसकी जांच होनी चाहिए। निगम की बैठकों में कई बार अधिकारियों को सूचित किया जा चुका है कि बिना किसी ब्लू प्रिंट के खुदाई की जा रही है लेकिन विभाग सिर्फ काम पूरा करने में तुला है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी स्वयं हर की पौड़ी पर निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि मनसा देवी का पहाड़ मिट्टी का है और उसी पहाड़ के बलबूते हरकी पौड़ी की सड़क बनी हुई है। वहां पर खुदाई कर अंडरग्राउंड बिजली की तारें डाली जा रही हैं।