अन्तर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2020( International Booker prize 2020) के विजेता का ऐलान हो चुका है । इस बार की विजेता डच ( Dutch) लेखिका 29 वर्षीय मारिके लुकास रिजनेवेल्ड( Marieke Lucas Rijneveld) हैं । उनको यह पुरस्कार उनकी पहली किताब ‘द डिस्कम्फर्ट ऑफ इवनिंग’ ( The Discomfort of Evening) के लिए मिली है । इससे पहले भी इस किताब को ए एन वी डेब्यू अवॉर्ड( ANV Debut Prize) मिला है ।
रिजनेवेल्ड की किताब ‘द डिस्कम्फर्ट ऑफ इवनिंग’ ग्रामीण नीदरलैंड यानी डच के एक कट्टर ईसाई समुदाय के एक किसान परिवार की कहानी है। नियमों के अनुसार पुरस्कार की इनामी राशि 50,000 पाउंड लेखक और अनुवादक मिशेल हचिसन( Michele Hutchison) के बीच बराबर बंटेगी । इस साल 30 भाषाओं से अनुवाद की गई 124 किताबें दौड़ में थीं।
ज्ञात हो कि अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार यूनाइटेड किंगडम( United Kingdom) में आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक पुरस्कार है। मैन बुकर पुरस्कार के पूरक के लिए अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार की शुरुआत जून 2004 में की गई थी।
अन्तर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार, मूल बुकर पुरस्कार से अलग है और इसका लक्ष्य विश्वभर में अच्छे उपन्यास के अधिक प्रकाशन और उसे पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है । यह पुरस्कार हर साल किसी भी भाषा के काल्पनिक कथा उपन्यास को दिया जाता है जिसका अनुवाद अंग्रेजी में हुआ है और प्रकाशन ब्रिटेन अथवा आयरलैंड में हुआ हो।