उत्तर प्रदेश – हाथरस में दरिंदगी का शिकार हुई 19 वर्षीय लड़की के घर उसके परिजनों से मिलने जाते हुए प्रियंका गांधी और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को पहली बार 1 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने ग्रेटर नोएडा से आगे जाने ही नहीं दिया था। इसके बाद 3 अक्टूबर को प्रियंका और राहुल हाथरस (Hathras) के लिए निकले तो उनके साथ कांग्रेसी समर्थकों और सांसदों का एक बहुत बड़ा जत्था था। हालांकि सिर्फ 5 लोगों को आगे जाने की अनुमति थी।
@noidapolice profoundly regrets the incident @priyankagandhi while handling an unruly crowd at the DND. The DCP HQ has taken suomotto cognizance of it & ordered an inquiry to be conducted by a senior Lady officer. We @noidapolice are committed to ensure safety & dignity of women.
— POLICE COMMISSIONERATE GAUTAM BUDDH NAGAR (@noidapolice) October 4, 2020
नोएडा (NOIDA) स्थित डीएनडी (DND) पुल पर पुलिस ने आगे बढ़ रहे कांग्रेसियों को रोकने का पूरा इंतजाम किया हुआ था।जैसे ही कांग्रेसी जत्था वहां पहुंचा पुलिस और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प होने लगी, इसके बाद नोएडा पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज के दौरान अपने कार्यकर्ताओं को बचाने के लिए कांग्रेस (Congress) की महासचिव प्रियंका गांधी पुलिस के सामने आ गई और उसी दौरान एक पुलिसकर्मी ने प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) का सूट पकड़कर खींचने की कोशिश की। बाद में वह फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो गई।
परिवार से मुलाकात के बाद राहुल-प्रियंका का अन्याय के खिलाफ बड़ा बयान
फोटो वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस के दुर्व्यवहार की हर तरफ आलोचना हो रही है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नोएडा पुलिस ने प्रियंका गांधी के साथ हुए दुर्व्यवहार के लिए माफी मांगी है साथ ही उन्होंने कहा कि वहां पर अवश्य किसी महिला पुलिस को होना चाहिए था। इस मामले पर अब जांच बिठाई जाएगी जिसका जिम्मा किसी सीनियर महिला पुलिस अधिकारी को दिया जाएगा। उससे पहले दिन हुई पुलिस के साथ झड़प में कांग्रेस के राहुल गांधी भी धक्का खा कर नीचे गिर पड़े थे।
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