बरसात के सीजन में उत्तराखंड में आपदा आना कोई बड़ी बात नहीं लगती, छोटी-छोटी आपदाएं आते रहती हैं। इस वर्ष भी पिथौरागढ़ जिले के धारचूला क्षेत्र से ऐसी खबरें आयी जहां आसपास के कुछ गांवों में भारी मात्रा में नुकसान हुआ, कुछ लोग लापता हुए और कई मवेशी मलबे में समा गए, कई लोग बेघर हुए, कईयों के घर में मलबा घुसा। पर हम इस तरह की घटनाओं से अपने जनप्रतिनिधियों को दूर ही पाते हैं। लेकिन धारचूला के विधायक हरीश धामी हर उस जगह मौजूद थे जहां भी कोई नुकसान हुआ हो। वह आपदा पीड़ित क्षेत्र का खुद जायजा करने गए।
जब विधायक हरीश धामी आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर रहे थे तो एक जगह जहां पानी का बहाव तेज था, गधेरे में चढ़ते समय वह फिसल कर गिरे भी, उन्हें चोट भी लगी जिसके बाद सेना के अधिकारियों ने उनका उपचार किया। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर उनकी पार्टी के तेजतर्रार और जनसेवा में समर्पित नेता हरीश धामी की काफी सराहना की।
धारचूला क्षेत्र के ही एक गांव टांगा में जब आपदा आई तो विधायक जी कई किलोमीटर पैदल चल कर ही उस गाँव पहुंच गए और खुद ही आपदा प्रभावितों की मदद करने लगे। लापता लोगों की खोजबीन विधायक धामी खुद ही करने लगे, यहां दिलचस्प बात यह है कि विधायक जी आपदा प्रबंधन टीम (SDRF) से भी पहले पहुंचे और प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया। विधायक धामी के लिए वहाँ पहुंचना आसान नहीं था वो किसी तरह रस्सियों के सहारे नदी पार कर गाँव तक पहुंचे।
शुक्रवार को विधायक धामी ने एक वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री से अपने क्षेत्र के लोगों को बचाने की गुहार लगाई जिसमें उन्होंने कहा “मैं कांग्रेस का विधायक जरूर हूं पर ये जनता तो हमारे ही राज्य की है, मैं सैनिक का बेटा हूं और आप कहेंगे तो मैं 2022 का चुनाव नहीं लड़ूंगा पर हमारी जनता को रेस्क्यू कर लीजिये, मैं खुद बाल बाल बचा हूं, मेरे कार्यकर्ताओं ने मुझे बचाया, आप कहें तो मैं अभी इस्तीफा दे दूं पर हमारे क्षेत्र की ओर ध्यान दीजिये” इस वीडियो पर भी क्षेत्र के लोगों का बहुत प्यार देखने को मिला।
– जुगल किशोर