‘दिल बेचारा’ नहीं होता ‘सुशी’
एक था राजा, एक थी रानी, दोनों मर गए खतम कहानी। पर ये मरने वाली कहानियां कहां अच्छी लगती हैं। किसी को अच्छी नहीं लगती। पर ये लाइनें जाने कितने वक्त तक हर ज़ेहन में रहने वाली हैं। आज का दिन बहुत सारी यादों के साथ लेकर आया है उस चमकते सितारे की आखिरी फिल्म…