जापानी शोधकर्ताओं का दावा-कोरोना को बेअसर कर सकती है ओजोन गैस

कोरोना से निपटने के दिशा में कई देशों ने तेजी से कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। इस बीच जापानी शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर बुधवार को एक बड़ा दावा किया। पूरी दुनिया में फैले कोरोना वायरस से अब तक कोरोड़ों लोग संक्रमित हो चुके हैं। कोरोना से निपटने के लिए दुनिया में करीब 30 देशों के वैज्ञानिक कोविड-19( COVID-19) के लिए वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। रूस के अलावा अभी कई देशों की वैक्सीन ट्रायल के दौर में ही हैं।

जापान स्थित फजीता हेल्थ यूनिवर्सिटी ( Fujita Health University) के वैज्ञानिकों द्वारा किए एक शोध में पाया गया कि ओजोन की कम सांद्रता( concentration) कोरोना वायरस के संक्रमण को बेअसर कर सकती है।इसकी मदद से अस्पतालों के जांच केंद्र और वेटिंग रूम को डिसइंफेक्टेड ( Disinfected) किया जा सकता है जहां कोरोना वायरस संक्रमण का ज्यादा खतरा होता है।

ज्ञात हो कि कार्बन डाइऑक्साइड( Carbon dioxide ), मीथेन ( Methane ) और ग्रीन हाउस ( Green house) गैसों के अलावा ओजोन भी ऐसी ही एक ग्रीनहाउस गैस है इंसान के लिए बहुत नुकसानदेह होती है। लेकिन जापानी शोधकर्ताओं का दावा है कि इस ओजोन गैस की मदद से कोरोना वायरस को भी खत्म किया जा सकता है। वैज्ञानिकों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ओजोन गैस के 0.05 से 0.1 प्रति मिलियन (PPM) की सांद्रता ( concentration) कोरोना वायरस को खत्म करने में सक्षम है। वैज्ञानिकों ने बताया कि अगर इस स्तर पर गैस का उपयोग किया जाए तो वह इंसानों के लिए नुकसानदायक नहीं है ।

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