NEET, JEE Exam – सितंबर के पहले सप्ताह में होने जा रही नीट और जेईई की परीक्षाओं का विरोध काफी बड़े-बड़े लोग कर रहे हैं। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) कई दिनों से इसका लगातार विरोध कर रहे हैं और इसी के साथ कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी छात्रों के साथ खड़े हैं। उड़ीसा (orissa) के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Navin Patnaik) और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Benerji) ने अपना विरोध दर्ज कराया है। पर्यावरणविद ग्रेटा थनबर्ग (Environmentalist Greta Thanberg) ने भी ट्वीट कर नीट और जेईई की परीक्षाओं का विरोध किया।
It’s deeply unfair that students of India are asked to sit national exams during the Covid-19 pandemic and while millions have also been impacted by the extreme floods. I stand with their call to #PostponeJEE_NEETinCOVID
— Greta Thunberg (@GretaThunberg) August 25, 2020
ग्रेटा थनबर्ग ने अपने ट्वीट में लिखा “यह कतई सही नहीं है कि इस वक्त जब लाखों लोग कोविड-19 जैसी महामारी की मार झेल रहे हैं, और वहीं कई लोग बाढ़ जैसी भयानक हालातों की मार झेल रहे हैं। भारत में छात्रों को नेशनल एग्जाम में बैठने को कहा जा रहा है। यह छात्रों की जीवन के साथ खिलवाड़ है। मैं छात्रों के साथ खड़ी हूं और इन हालातों में नीट और जेईई की परीक्षाओं का विरोध करती हूं”।
#NEETJEE परीक्षा में बैठने वाले बच्चे सुदूर इलाकों से आते हैं।बिहार के किसी गांव में बाढ़ है तो किसी जिले में पूरी बंदी। हां,परीक्षा जरूरी है लेकिन उन युवा कंधो की हिफ़ाज़त भी उतनी ही जरूरी है।पूरे विश्व में सबकुछ प्रकृति के सामने ठहर गया तो परीक्षा को कुछ वक्त के लिए टालना चाहिए pic.twitter.com/QABfYbPcsX
— sonu sood (@SonuSood) August 25, 2020
लॉकडाउन में प्रवासियों के लिए मसीहा बने अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) ने भी ट्वीट कर कहा कि “नीट और जेईई जैसी परीक्षाओं को देने सुदूर इलाकों के बच्चे आते हैं। बिहार (Bihar) के कई हिस्सों में बाढ़ है तो कई जिलों में पूरी तरह बंदी है। परीक्षा जरूरी है लेकिन युवा कंधों की हिफाजत भी बहुत जरूरी है, जब पूरा विश्व प्रकृति के सामने ठहर गया है तो परीक्षाओं को भी कुछ देर के लिए टाल देना चाहिए”।