असम: असम पुलिस ने जेईई (मेंस) फर्जीवाड़ा मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) गठित किया है। इस फर्जीवाड़े के संबंध में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जेईई टॉपर नील नक्षत्र दास पर आरोप है कि उसने बिना परीक्षा दिए ही मेन्स परीक्षा में 99.8% प्रतिशत हासिल कर लिए। इसका मतलब साफ है कि नील नक्षत्र दास ने 5 सितंबर को हुई परीक्षा में एक प्रॉक्सी का इस्तेमाल किया था। इसी मामले में पिता-पुत्र समेत हमेन्द्र नाथ सरमा, प्रांजल कलिता और हीरालाल पाठक (गुवाहाटी में परीक्षा केंद्र के कर्मचारी) को गिरफ्तार किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, गुवाहटी के मथुरानगर के रहने वाले मित्रदेव शर्मा ने अजरा पुलिस स्टेशन में जेईई मेन्स टॉपर के खिलाफ हाल ही में एक शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस में दर्ज की गई शिकायत में कहा गया है कि प्रॉक्सी के इस्तेमाल के लिए जेईई मेन्स टॉपर के पिता ने काफी पैसे खर्च किये थी।
इसी FIR के आधार पर अजरा पुलिस ने जांच शुरू कर की है। अजरा पुलिस ने आईपीसी की धारा 120(B)/419/420/406 और आईटी एक्ट R/W 66D के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने कहा कि हमारी जांच जारी है। गुवाहाटी में टेस्टिंग सेंटर के कर्मचारी भी इसमें शामिल हो सकते हैं। हमलोग इस अपराध में शामिल सभी लोगों को पकड़ने के लिए सर्चिंग ऑपरेशन चला रहे हैं।