बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड की आज से दो दिवसीय बैठक का आयोजन है। इसमें भारतीय जनता पार्टी का सामूहिक रूप से मुकाबला करने के साथ महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर ज़ोर देने की संभावना है।
चर्चा है कि जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए विपक्ष एकजुट होने पर भी विमर्श को जगह दी जाएगी। ये बैठक ऐसे समय में हो रही है जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं।
बैठक स्थल पर लगाए गए होर्डिंग तथा नारों में नीतीश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध खड़ा करने का संकेत दिया गया है।
गौरतलब है कि बिहार में सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल को छोड़कर अभी तक किसी भी बड़ी पार्टी ने इस तरह के आह्वान का समर्थन नहीं किया है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि जदयू अपनी बैठक में विपक्ष को एकजुट करने की आवश्यकता पर भी ध्यान केंद्रित कर सकता है।
सूत्रों के अनुसार देशभर के लगभग 110 पार्टी नेता आज हो रही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा लेंगे। इसमें 26 राज्य इकाइयों के अध्यक्ष शामिल हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ रविवार को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पार्टी के 250 से अधिक नेता शरीक होंगे।