Ayushman Bharat Digital Mission : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) की शुरुआत की। पीएम मोदी ने कहा कि कहा कि 21वीं सदी में आगे बढ़ते हुए भारत के लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। डिजिटल हेल्थ आईडी के माध्यम से मरीज भी और डॉक्टर भी पुराने रिकॉर्ड को जरूरत पड़ने पर चेक कर सकता है। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया भी मौजूद रहे।
पीएम ने Ayushman Bharat Digital Mission की शुरुआत
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना (Ayushman Bharat Digital Mission) के अंतर्गत डॉक्टर, नर्स, पैरा मेडिक जैसे साथियों का भी रजिस्ट्रेशन होगा। देश के सभी अस्पतालों, क्लीनिक, लैब्स हैं, दवा की दुकानों को रजिस्टर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत (PM-JAY) ने गरीबों के जीवन की बहुत बड़ी चिंता दूर की है। अभी तक देशभर में करीब 2 करोड़ लोगों ने इस सुविधा के तहत फ्री इलाज का लाभ उठाया है।
Speaking at the launch of Ayushman Bharat Digital Mission. https://t.co/OjfHVbQdT7
— Narendra Modi (@narendramodi) September 27, 2021
पीएम मोदी ने कहा, “अस्पताल जाते समय कई लोगों के पास मेडिकल रिकॉर्ड नहीं होता है। ऐसे में डॉक्टरी सलाह लेने में खर्च भी बढ़ जाता है और समय भी ज्यादा लगता है। इससे लोगों को काफी परेशानी होती है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन इस तरह की दिक्कतों से मुक्ति दिलाने में मदद करेगी। इसके तहत लोगों को एक डिजिटल हेल्थ आईडी मिलेगी। हर नागरिक का मेडिकल रिकॉर्ड डिजिटली सुरक्षित रहेगा। डॉक्टर भी जरूरत पड़ने पर उसे देख सकेगा।”
हर नागरिक का मेडिकल रिकॉर्ड (Ayushman Bharat Digital Mission) अब सुरक्षित रहेगा पीएम
उन्होंने कहा कि तीन साल पहले पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती के अवसर पर पंडित जी को समर्पित आयुष्मान भारत योजना पूरे देश में शुरू हुई थी। मुझे खुशी है कि आज से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन भी पूरे देश में शुरू किया जा रहा है। आज से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन भी पूरे देश में शुरु किया जा रहा है। ये मिशन देश के गरीब और मध्यम वर्ग के इलाज में जो दिक्कतें आती हैं, उन्हें दूर करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा।
1 लाख से ज्यादा यूनिक हेल्थ आईडी (Ayushman Bharat Digital Mission) कार्ड लॉन्च
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत शुरू में 1 लाख से ज्यादा यूनिक हेल्थ आईडी कार्ड लॉन्च किया गया है। गौरतलब है कि कुछ केंद्र शासित प्रदेशों में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 15 अगस्त को ही लॉन्च किया गया था। यह आधार कार्ड की तरह ही एक डिजिटल पहचान पत्र है, जिसमें संबंधित व्यक्ति का पूरा मेडिकल डेटा मौजूद रहेगा और एक क्लिक से उस व्यक्ति की पूरी मेडिकल हिस्ट्री उपलब्ध हो जाएगी।
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