रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को एयर फोर्स कमांडर्स की कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया। कॉन्फ्रेंस में वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया भी शामिल थे। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सभी सात कमांडर-इन-चीफ भी शामिल हुए। कॉन्फ्रेंस में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख में वायु सेना के रोल की खुलकर तारीफ की और कहा कि हमें सतर्क रहने की जरूरत है। अगर भारत-चीन के बीच युद्ध की स्थिति बनती है तो वायुसेना को शार्ट नोटिस पर ही सभी तैयारी कर लेनी है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर भारत और चीन के बीच युद्ध जैसी स्थिति बनती है तो वायुसेना को शॉर्ट नोटिस पर ही अपने हथियारों को तैनात कर लेना है। कुछ सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में वायुसेना की भूमिका को राष्ट्र द्वारा सम्मानित किया जाता है।
बता दें कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों द्वारा किए गए एक क्रूर हमले में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। भारतीय जवानों की जवाबी कार्रवाई में चीन को भी भारी नुकसान पहुंचा।इस घटना के बाद भारत ने एलएसी पर भारी तैनाती की है। वायुसेना के जंगी जहाजों को तैनात किया गया है। आने वाले दिनों में राफेल लड़ाकू विमानों की भी तैनाती की जाएगी।