‘इमुवा’ की अमृता  

यूं तो दुनिया उन्हें पंजाबी भाषा की पहली कवयित्री के रुप में जानती है, पद्मविभूषण से सम्मानित एक लेखिका, जिन्होंने 100 से ज्यादा किताबें लिखीं, जिसमें उनकी आत्मकथा ‘रसीदी टिकट’ भी शामिल है। बंटवारे के दर्द को उन्होंने शब्दों में बांधकर पाठकों के सामने कुछ ऐसे रखा कि लोगों के रोंगटे सिहर गए और शब्दों…

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