मशहूर शायर राहत इंदौरी नहीं रहे। बीते दिन भी उन्होंने अपने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी थी। संक्रमित होने पर उन्हें तुरंत इंदौर के औरोबिंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
70 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। बताया जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हुई है। मंगलवार की शाम लगभग 5:00 बजे उनके मौत की पुष्टि हुई। राहत इंदौरी की मौत से पूरा हिंदुस्तान आहत है। राहत इंदौरी ने तमाम सारे नज़्म, शायरियां और मुशायरे लिखे थे। वह देश के शुमार शायरों में से एक थे।
नहीं गूंजे कि वह आवाज जिसमें एक रोष था, जिसमें वह दहाड़ थी यह हिंदुस्तान किसी के बाप का थोड़ी है। इंदौरी साहब के निधन से ही हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि दुनिया के मुशायरे की महफिल सुनी पड़ जाएंगी। आज भारत के खट्टे मीठे जायके के गुम पड़ गए।