दुश्मनों को नाको चने चबाने पर मजबूर कर देने वाला राफेल (RAFEL) लड़ाकू विमान बुधवार को दोपहर बाद भारत (INDIA) की सरज़मीं पर उतरेगा। देश के लिए आज यानी 29 जुलाई 2020 ऐतिहासिक दिन है। इस दिन को इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।
एक्सपर्ट्स की मानें तो राफेल विमान के भारत आ जाने से वायुसेना की ताकत और बढ़ जाएगी। इसके साथ ही सबसे बड़ी खासियत ये होगी कि अपनी ज़मीन पर रहकर हम दुश्मन पर वार कर सकेंगे।
सूत्रों के मुताबिक राफेल विमानों की पहली खेप अंबाला (AMBALA) पहुंचेगी। जिसके तहत पांच विमान लैंड करेंगे। अंबाला में बाहुबली राफेल के स्वागत के लिए भव्य तैयारियां की गई हैं। सभी राफेल विमानों को वाटर सैल्यूट (WATER SALUTE) यानी पानी की बौछारों से सलामी दी जाएगी।
इस दौरान वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल RKS Bhadoria भी अंबाला एयरबेस पर राफेल के स्वागत के लिए मौजूद रहेंगे। जानकारी के अनुसार आधिकारिक तौर पर राफेल विमान वायुसेना में शामिल नहीं होंगे, इनकी आज सिर्फ भारत में लैंडिग होगी।
बता दें कि अंबाला एयरबेस के पास सुरक्षा के और कड़े इंतजाम किये गए हैं। साथ ही धारा 144 लगा दी गई है। यहां सिर्फ आधिकारिक फोटोग्राफी को ही अनुमति दी गई है। अन्य किसी तरह की फोटोग्राफी पर बैन लगाया गया है। वहीं आसपास के सभी गांव वालों को अलर्ट कर दिया गया है कि वो अपने घर की छतों पर न जाएं।
बता दें कि 28 जुलाई मंगलवार को राफेल के ये पांच विमानों ने फ्रांस से उड़ान भरी थी, जिसके बाद ये विमान यूएई में रुके और फिर दूसरे दिन यानी 29 जुलाई को भारत के लिए रवाना हुए। वैसे तो अंबाला में राफेल के लैंडिंग की पूरी तैयारी है, लेकिन सुबह से अंबाला का मौसम खराब है जिसके चलते अगर जरुरत पड़ी तो राजस्थान (RAJASTHAN) के जोधपुर (JODHPUR) में राफेल विमानों की लैंडिग (LANDING)कराई जा सकती है।