नई दिल्ली: ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चियन मिशेल जेम्स को अगस्ता वेस्टलैंड से 3.7 करोड़ यूरो मिले और उसने दुबई के सीए राजीव सक्सेना की चार कंपनियों को 9 लाख यूरो की राशि दी। सीबीआई ने 3600 करोड़ रुपये के वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदा मामले में दाखिल अपनी चार्जशीट में यह दावा किया।
मामले में कई लोगों के खिलाफ दाखिल 12,421 पन्नों के चार्जशीट के अनुसार, मिशेल ने अपनी कंपनी ग्लोबल सर्विस एफजेडई, दुबई के माध्यम से अगस्ता वेस्टलैंड से 3.7 करोड़ यूरो की राशि प्राप्त की। यह राशि फरवरी 2007 से दिसंबर 2011 के बीच कंसलटेंसी सर्विस के रूप में ली गई। मिशेल को 5 दिसंबर 2018 को भारत प्रत्यर्पित किया गया था और मौजूदा समय में वह दिल्ली की उच्च सुरक्षा वाले तिहाड़ जेल में बंद है।
CBI ने दावा किया कि अगस्ता वेस्टलैंड की मूल कंपनी फिन्नमेकेनिका के आंतरिक ऑडिटर जार्जिया कसाना द्वारा 2009-12 की अवधि के दौरान तैयार एक एक्सेल शीट में ग्लोबल सर्विसेज एफजेडई की ओर से किए गए भुगतान सूचीबद्ध हैं।
सीबीआई ने दावा किया कि इटली से रोगेटरी चैनलों के माध्यम से प्राप्त एक्सेल शीट से पता चला कि सक्सेना की चार कंपनियों को 9 लाख यूरो दिए गए। सक्सेना को बीते वर्ष 31 जनवरी को दुबई से भारत प्रत्यर्पित किया गया था।
CBI ने कहा कि सक्सेना की कंपनियों पेसिफिक इंटरनेशनल एफजेडसी, मिडास मेटल्स इंटरनेशनल एलएलसी, मेटोलिक्स लिमिटेड और यूरोट्रेड लिमिटेड में राशि ट्रांसफर की गई।
सीबीआई के अनुसार, पेसिफिक इंटरनेशनल एफजेडसी को 5,13,705.84 यूरो, मेटल्स इंटरनेशनल एलएलसी को 1,74,757.5, मेटोलिक्स लिमिटेड को 1,01,747.7 और यूरोट्रेड लिमिटेड को 1,58,651 यूरो प्राप्त हुए।