अंतरिक्ष में एक और कदम आगे बढ़ा अमेरिका

मानव सभ्यता शुरू से ही अंतरिक्ष के रहस्यों को सुलझाने और अंतरिक्ष की गहराइयों में उतरकर उसे करीब से महसूस करने की कोशिश करता रहा है। इस कड़ी में अमेरिका रूस जैसे देश कई ऐसे स्पेस मिशन को पूरा भी कर चुके हैं। अब अमेरिका एक बार फिर से इतिहास रचने को तैयार है।

बता दें नासा के स्पेसएक्स के जरिए भेजे गए पहले अंतरिक्षयात्री डग हर्ली और बॉब बेनकेन धरती पर लौटने के लिए बीते शनिवार की रात को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से रवाना हो गए और उनकी योजना सीधे समुद्र में उतारने की है। 45 साल में पहली बार नासा किसी अंतरिक्षयात्री को सीधे समुद्र में उतार रहा है। आखिरी बार अमेरिका-सोवियत के संयुक्त मिशन अपोलो-सोयुज को 1975 में समुद्र में उतारा गया था।

इस बाबत नासा ने ट्विटर पर कई वीडियो भी शेयर किए हैं। एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “स्पेसएक्स ड्रैगन एंडेवर लगातार नीचे की ओर आ रहा है. स्पेस स्टेशन के ऑर्बिट के सामने है. क्रू की धरती की ओर लिए यात्रा जारी है।”

आपको बता दें नासा के केनेडी अंतरिक्ष केंद्र से हर्ली और बेनकेन बीते 30 मई को रवाना होने के साथ ही स्पेसएक्स अंतरिक्ष में लोगों को भेजने वाली पहली निजी कंपनी बन गई। इसके साथ ही स्पेसएक्स अंतरिक्ष से लोगों को वापस धरती पर लाने वाली भी पहली कंपनी बन गई है।

इसके साथ ही नासा का स्पेसएक्स डेमो-2 मिशन स्पेसएक्स के क्रू परिवहन प्रणाली की जांच करने वाली एंड-टू-एंड उड़ान है। डेमो-2 मिशन अंतिम बड़ा परीक्षण है, जिसके बाद नासा का बिजनेस क्रू प्रोगाम क्रू ड्रैगन को अंतरिक्ष केंद्र के लिए ऑपरेशनल, और साथ ही लंबी अवधि के मिशनके लिए लागू कर दिया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *