कोरोना से कैरियर को लेकर चिंता क्यों?

कोरोना महामारी ने जिस प्रकार से देश और दुनिया की आर्थिक कमर तोड़ कर रख दी है। उसी प्रकार से शिक्षा जगत में भी इसका खासा असर पड़ा है। एक तरफ़ जहां ग्रेजुएशन और सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर विरोध तेज है तो वहीं स्कूलों की दहलीज से बाहर कदम रखते छात्रों में भी हलचल है। आज हर एक विद्यार्थी अपने कैरियर को लेकर परेशान है। ऐसे समय में उनका मनोबल बढ़ाना बेहद जरूरी है।

कहते हैं कि वक्त कभी एक सा नहीं होता। एक न एक दिन यह बुरा वक्त भी गुजर जाएगा। तब तक इस समय को सार्थक तरीके से प्रयोग में लाना होगा। यह समय आत्मसाक्षात्कार और अपनी योग्यता- प्रतिभा को पहचानने का है। इस समय विद्यार्थी अपने शौक को पूरा करने का प्रयास कर सकते हैं।

कोरोना काल ने जिस प्रकार से तमाम अवसरों पर प्रभाव डाला है, उसी प्रकार से इस काल के बाद भी ढेरों अवसर मिलने वाले हैं।

  • Online Education का दौर इस काल में सर्वाधिक बढ़ा है। जिस भी विषय में आपको रुचि हो उसकी तैयारी आसानी से संभव है। यह मार्ग कोरोना काल में भी बंद नहीं है। इसके लिए आपके पास ढेर सारे app हैं। प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक की व्यवस्था यहां है।कैरियर के रूप में online tution को प्राथमिकता दे सकते हैं।
  • महामारी के दौरान और उसके बाद मेडिकल के क्षेत्र में अवसर बढ़े हैं और आगे भी बढ़ेंगे। इसे ध्यान में रखकर  तैयारी की जा सकती है।
  •  E-commerce एक अच्छा और नया क्षेत्र तेजी से उभरता दिख रहा है।ऑनलाइन बाज़ार तेजी से बढ़ा है। खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी तेज हुई है।
  • Freelance भी एक अच्छा विकल्प है। जिसमें पत्रकारिता कर रहे छात्रों को अब नए आयाम देने के लिए बड़ा उद्योग बन कर सामने आई है। अगर आप अच्छा लिखते हैं तो content writing एक बेहतरीन क्षेत्र होगा। Blog post और पेड राइटिंग में भी आप अवसर तलाश सकते हैं।

शायद यही कारण है कि प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत का नारा इसीलिए दिया होगा। यह देश कृषि प्रधान देश है और कोरोना काल के बाद या इस समय में भी कृषि पर इसका असर कम ही पड़ा है।कृषि वैज्ञानिक के रूप में भी ढेरों संभावनाएं हैं।

आज लीक से हट कर प्रयास करने की आवश्यकता है। वहां अवसर तलाशने होंगे जहां भीड़ कम हो, क्योंकि आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना युवा ही फलीभूत कर सकते हैं।

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