प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2024 तक देश के लगभग 19 करोड़ घरों तक ‘नल से जल’ देने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए मोदी सरकार मिशन मोड पर काम कर रही है। इसके तहत अब तक 4 करोड़ 94 लाख 63 हजार से अधिक घरों को इस योजना से जोड़ा जा चुका है। मोदी ने पिछले साल 15 अगस्त को लाल किला से देश के हर घर को नल से पेयजल उपलब्ध कराने की घोषणा की थी।
सरकार का कहना है कि देश में 18 करोड़ 93 लाख 30 हजार 879 घरों में से अब तक 4 करोड़ 94 लाख 63 हजार 297 घरों को इस योजना से जोड़ा गया है जिसमें 66 लाख 21 हजार 821 घरों तक नल से जल पहुंचाने के क्रम में गुजरात पहले स्थान पर रहा जबकि 53 लाख 88 हजार 428 घरों तक यह सुविधा देने के मामले में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है।
योजना से मिलेगा रोजगार का अवसर
सरकार के मुताबिक ‘जल जीवन मिशन’ के लिए पैसे की कमी नहीं होने दी जाएगी और Covid-19 के कारण बेरोजगार हुए कुशल और अकुशल श्रमिकों को इस परियोजना के तहत ग्रामीण इलाकों में रोजगार भी उपलब्ध कराया जाएगा। कुल मिलाकर इस योजना से पेयजल आपूर्ति के साथ-साथ सरकार रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रही है।
लाॅकडाउन के बाद पकड़ी रफ्तार
योजना से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि मोदी की घोषणा के बाद से ही इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। अधिकारी का यह भी कहना है कि गांव में नलों से पानी पहुंचाने का काम पहले भी चल रहा था पर इसकी गति बहुत धीमी थी।
लेकिन जैसे ही प्रधानमंत्री द्वारा इस योजना की घोषणा की तो पहले सात माह के दौरान 85 लाख घरों को नल से जल पहुचाया गया।
कोविड-19 के कारण इस साल अप्रैल और मई में योजना का काम प्रभावित रहा लेकिन लॉकडाउन के खुलते ही इस पर तेजी से काम शुरु हुआ।इसके पहले चरण में 85 लाख घरों तक योजना के तहत नल से पानी पहुंचाने का काम पूरा किया गया।
अब 10 अगस्त तक यह संख्या बढ़कर 88 लाख के पार पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन से अगले पांच साल में सभी घरों को जोड़ना है। जिसके तहत हर साल करीब 3.20 करोड़ और औसतन 88 हजार कनेक्शन हर दिन दिये जाने हैं।