UP scholarship 2021 : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (CM Yogi Adityanath) ने उत्तर प्रदेश में छात्रवृत्ति (scholarship) पाने के मामले में गरीब छात्रों के लिए ढिलाई की है, तो वहीं फर्जी तरीके से स्कॉलरशिप लेने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। योगी सरकार एनआइसी के मदद से एक ऐसा सॉफ्टवेयर बना रही है, जिसके माध्यम से प्रमाणपत्रों का लाइव मिलान किया जा सकेग।
UP scholarship 2021 आवेदन करते समय ही प्रमाणपत्रों का होगा सत्यापन
सरकार द्वारा एनआइसी के माध्यम से तैयार किए गए सॉफ्टवेयर के माध्यम से स्कॉलरशिप का आवेदन करते समय ही प्रमाणपत्रों का सत्यापन हो सकेगा। अगर जाति और आय प्रमाण पत्र फर्जी हुआ तो आवेदन फार्म नहीं भरा जा सकेगा।
उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विभाग ने अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति के लिए नई संसोधित नियमावली जारी कर दी है। जिसके तहत प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों के लिए शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए स्नातक (Graduation) में 55 प्रतिशत अंकों की बाध्यता समाप्त कर दी गई है। अब स्नातक में 50 प्रतिशत अंक पाने वाले विद्यार्थी भी स्कॉलरशिप के लिए आवेद कर सकेंगे।
6 साल पहले 8वीं,10वीं पास को आईटीआई में प्रवेश पर UP scholarship 2021 शुल्क प्रतिपूर्ति का लाभ नहीं
अभी तक सिर्फ 15 जुलाई तक मान्यता प्राप्त संस्थानों को इस योजना में शामिल किया गया था। लेकिन ज्यादा से ज्यादा छात्रों को स्कॉलरशिप का लाभ देने के लिए सरकार ने 31 जुलाई तक मान्यता पाने वाले संस्थानों के छात्रों को योजना में शामिल कर लिया है।
नई नियमावली के तहत ऐसे छात्र जिन्होंने आठवीं या दसवीं की परीक्षा 6 साल पहले पास करली हो उनको आईटीआई में दाखिला लेने पर शुक्ल प्रतिपूर्ति नहीं दी जाएगी। प्रमुख सचिव समाज कल्याण की अध्यक्षता वाली समिति को खत्म कर दिया गया है। ये समिति विशेष परिस्थितियों में छात्रवृत्ति स्वीकृत कर दिया करती थी। अब सभी छात्रों को सरकार की नियमावली के अनुसार ही स्कॉलरशिप दी गाएगी।
UP scholarship 2021 एक खास सॉफ्टवेयर से प्रमाणपत्रों की होगी जांच
सरकार द्वारा जारी नई नियमावली-
- प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों के लिए शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए स्नातक (Graduation) में 55 प्रतिशत अंकों की बाध्यता समाप्त कर दी गई है। अब स्नातक में 50 प्रतिशत अंक पाने वाले विद्यार्थी भी कर सकेंगे आवेदन।
- आठवीं या दसवीं की परीक्षा 6 साल पहले पास की हो उनको आईटीआई में दाखिला लेने पर शुक्ल प्रतिपूर्ति नहीं दी जाएगी।
- प्रमुख सचिव समाज कल्याण की अध्यक्षता वाली समिति को खत्म कर दिया गया है।
- दशमोत्तर छात्रवृत्ति में ट्रांजेक्शन फेल होने पर भी छात्रों को मिलेगी छात्रवृत्ति।
प्रोफेशनल पाठ्यक्रम के UP scholarship 2021 के लिए 55 प्रतिशत अंको की बाध्यता खत्म
- कोरोना की वजह से ऑनलाइन क्लासेज चल रही है, ऐसे में संस्थानों की जिम्मेदारी रहेगी कि वो उपस्थिति ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज करें।
- बिना परीक्षा दिए प्रोन्नत हुए छात्रों को भी सरकार स्कॉलरशिप देगी।
- भारत सरकार ने राज्य सरकार को दशमोत्तर स्कॉलरशिप वितरित के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में एक अलग खाता खोलने के लिए निर्देश दिए हैं।
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में खाता खोलने से ट्रांजेक्शन फेल होने पर छात्रों के खाते में दुबारा पैसा भेजा जा सकेगा।
- दशमोत्तर छात्रवृत्ति में पहले राज्य सरकार 40 प्रतिशत पैसा आधार से लिंक खाते में भेजेगी। उसके बाद 60 प्रतिशत केंद्र सरकार भेजेगी।