नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख राम विलास पासवान का निधन हो गया है। उनके निधन की जानकारी उनके बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट करके दी है। 74 साल के राम विलास पासवान पिछले कुछ दिनों से वे बीमार चल रहे थे।
इस बात की जानकारी उनके बेटे और LJP के अध्यक्ष चिराग पासवान ने दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘पापा….अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं।’
रामविलास पासवान ने राजनीति में एक लंबा व्यतीत किया है। रामविलास पासवान वीपी सिंह, एचडी देवेगौड़ा, इंद्रकुमार गुजराल, अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी इन सभी प्रधानमंत्रियों के ‘कैबिनेट’ में अपनी अलग जगह बनाने वाले शायद एकमात्र व्यक्ति थे। सियासी दिग्गजों में उनकी एक अलग पहचान थी।
राम विलास पासवान का जन्म 1946 में बिहार के एक छोटे से इलाके खगड़िया में हुआ था। बिहार के छोटे से गांव से दिल्ली तक का सियासी सफर उन्होंने अपने दम पर तय किया था। अपनी सूझबूझ की बदौलत वो राजनीतिक सफर में आगे बढ़ते चले गए फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। करीब पांच दशक तक वो बिहार और देश की सियासत पर अपनी छाप बनाए रहे। इस दौरान लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा मतों से जीतने का विश्व रिकॉर्ड भी उनके नाम है।