Tomorrow Beating Retreat Ceremony 2022: गणतंत्र दिवस के बाद हर साल होने वाला ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह इस साल भी खास होगा। 29 जनवरी की शाम को राजधानी दिल्ली के विजय चौक पर इस बार के ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह में एक हजार ड्रोन से आसमान में कई आकर्षक आकृतियां उकेरी जाएंगी। शनिवार की शाम 5 बजे ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह की शुरूआत होगी। 29 जनवरी को होने वाले ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह में होने वाला एक हजार ड्रोन का शो दिल्ली आईआईटी की मदद से किया जाएगा। ये शो कुल 15 मिनट को होगा। इसके साथ ही केंद्रीय पुलिबल, थलसेना, वायुसेना, और नौसेना के बैंड्स के पर्फोरमेंस को भी बीटिंग रिट्रीट समारोह में शामिल किया जाएगा।
Tomorrow Beating Retreat Ceremony 2022: मार्शल म्यूजिक्ल ट्यून्स में देसी धुन की झलक
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रक्षामंत्रालय के मिली जानकारी के मुताबिक 29 जनवरी दिन शनिवार को दिल्ली के विजय चौक पर होने वाले बीटिंग रिट्रीट सेरेमेनी में मार्शल म्यूजिक्ल ट्यून्स में विदेशी के बजाए भारतीयता की झलक देखने को मिलेगी। साथ ही समारोह के दौरान सेना की तीनो टुकड़ियों के अलावा केंद्रीय पुलिबल के बैंड के 26 पर्फोरमेंस को भी शामिल किया जाएगा।
Tomorrow Beating Retreat Ceremony 2022: ड्रम बैंड, मास्ड बैंड और पाइप बैंड के परफॉर्मेंस को भी शामिल
इसके साथ ही शनिवार के समारोह में ड्रम बैंड, मास्ड बैंड और पाइप बैंड के परफॉर्मेंस को भी शामिल किया जाएगा। जिसमें आपको ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’, ‘हिंद की सेना’, ‘सारे जहां से अच्छा’ की धुन सुनने को मिलेगी। शाम 5 बजे से शुरू होकर 6.30 बजे तक चलेगा। इस बार नार्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक की प्राचीर पर करीब 4 मिनट का लेजर शो का आयोजन भी किया जाएगा। इस कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तीनों सेनाओं के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहेंगे।
Tomorrow Beating Retreat Ceremony 2022: जानिएं क्यों मनाया जाता है ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह
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आपको बता दें, हर साल 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के तीन दिन बाद यानी 29 जनवरी की शाम को ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह का आयोजन किया जाता है। ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह का आयोजन इसलिए किया जाता है क्योंकि प्राचीन काल में जब युद्ध के दौरान दिन खत्म होने के बाद युद्ध के मौदान से सेनाएं जब सैन्य धुन बजाकर अपने अपने शिवर में वापस लौट जाती थीं। इसलिए गणतंत्र दिवस पर जब सैन्य साजो-सामान जैसे हथियारों और टैंकों को परेड के लिए बाहर निकाला जाता है तो उसे वापस बैरक में वापस रखने के बाद ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह का आयोजन किया जाता है।
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