ये हैं IPL के अब तक के तीन सबसे रोमांचक खिताबी मुकाबले

यूँ तो अब तक IPL का हर खिताबी मुक़ाबला रोमांच और ग्लैमर से भरपूर रहा है, लेकिन IPL के इतिहास मे 3 बार ऐसा भी हुआ जब मैच का रिजल्ट आखिरी गेद पर निकला। आज हम इन्ही तीनों मुक़ाबलों की बात करेंगे।
Final Number 3

IPL की शुरुआत से ही चौके-छक्कों का ये क्रिकेट अपने पहले ही सीज़न से अपने रंग दिखा रहा है। इस सीज़न के पहले ही मैच मे बेंगलूरू (RCB) के खिलाड़ी ब्रैंडन मैक्कूलम ने 158 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली जो लम्बे समय तक IPL की सबसे बड़ी पारी बनी रही। बाद मे इसे RCB के ही खिलाड़ी क्रिस गेल ने 175 रनों की पारी खेलकर तोड़ा।

खैर, बात करते हैं पहले सीज़न के फाइनल की।
फाइनल मे शेन वार्न की Rajasthan Royals (RR) और महेंद्र सिंह धोनी की Chennai Super Kings (CSK) आमने सामने थी।

टॉस जीतकर राजस्थान ने चेन्नई को पहले बल्लेबाजी करने के लिए बुलाया। चेन्नई ने इसका भरपूर फायदा उठाया और रैना के 43, पार्थिव पटेल के 38 और कप्तान धोनी के ताबड़तोड़ 29 रनों की बदौलत 5 विकेट खोकर 163 रन बनाये।

जवाब मे उतरी राजस्थान की टीम नियमित अन्तराल पर विकेट गँवाती रही। हालाँकि टीम के लिये स्वप्निल असनोदकर और शेन वाटसन ने 28-28 रन बनाये। 18वे ओवर मे बढ़िया खेल रहे युसुफ पठान को रैना ने 56 के स्कोर पर रन आउट कर दिया।

राजस्थान को जीतने के लिये आखिरी 3 गेंदों मे 6 रनों की जरूरत थी। क्रीज पर वार्न और सोहेल तनवीर थे। एक वाइड, दो बाई और एक सिंगल के बाद आखिरी गेंद पर जीत के लिये 1 रन की जरूरत थी। बालाजी की आखिरी गेंद पर तनवीर ने सिंगल ले लिया और यह मुक़ाबला राजस्थान ने चेन्नई से 3 विकेट से जीतकर IPL का पहला खिताब अपने नाम कर लिया।

Scorecard:

CSK- 163/5 (20 Overs)

RR- 164/7 (20 Overs)

Final Number 2

IPL का दूसरा सबसे रोमांचक फाइनल 2019 मे हुआ जब चौथी बार IPL के ‘एल-क्लासिको’ मे Mumbai Indians और Chennai Super Kings आमने-सामने थे। अब तक IPL मे ये दोनो ही टीमें सबसे ज्यादा 3-3 बार खिताब पर कब्जा कर चुकी थीं।

इन दोनो के बीच हुए अब तक हुए 3 फाइनल मुक़ाबलों मे 2 बार 2013 और 2015 मे बाज़ी ‘रोहित की कप्तानी वाली मुम्बई’ के हाथ लगी थी जबकि एक बार 2010 मे इन दोनो के बीच हुए पहले फाइनल मे ‘धोनी की चेन्नई’ के सिर जीत का सेहरा सजा।

अब बात इस फाइनल की जो इन दोनो के बीच चौथी बार होने जा रहा था। और जीत चाहे जिसकी भी होती, चौथी बार खिताबी जीत का रिकॉर्ड बनना तय था।

पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुम्बई की शुरुआत अच्छी नही रही। समय-समय पर विकेट गिरते रहे। डि कॉक (29), रोहित शर्मा (15), सूर्यकुमार यादव (15), हार्दिक पांड्या (16) और इशान किशन (23) ने छोटी-छोटी पारियाँ खेली।
आखिर मे ओवरों मे पोलार्ड ने ताबड़तोड़ 41 रन बनाये जिससे मुम्बई ने 20 ओवरों मे 8 विकेट खोकर 149 रन बना सकी।

जवाब मे अनुभवी खिलाड़ियों से सजी चेन्नई की टीम भी एक छोर से आयाराम-गयाराम ही साबित हो रही थी। वहीं दूसरे छोर पर 2018 फाइनल के शतकवीर शेन वाटसन एक बार फिर से घुटने मे चोट के बावजूद जमे रहें। विकेट गिरते रहें और एक छोर से वाटसन ने जीत की उम्मीदों को जगाये रखा। प्लेसिस (26), ब्रावो (15) ही कुछ योगदान दे सकें। इसी बीच धोनी भी मात्र 2 रन पर रन आउट हो गये।

आखिरी ओवर मे चेन्नई को जीत के लिये 9 रनों की जरूरत थी। रोहित ने गेंद अब अपने सबसे अनुभवी गेंदबाज लसिथ मलिंगा के हाथ मे सौंप दी। अब तक मलिंगा 3 ओवर के अपने स्पेल मे 42 रन लुटाकर बेहद महंगे साबित हो चुके थे। उनके सामने वाटसन 76 रनों पर खेलते हुए अपने विजयी रंग मे आ चुके थे।

सिंगल, सिंगल और डबल के बाद चौथी गेंद पर वाटसन दूसरा रन पूरा करने से पहले 80 रन के स्कोर पर रन आउट हो गये। अब चेन्नई को दरकार थी 2 गेंदो मे 4 रन की। नये आये शार्दुल ठाकुर ने मलिंगा की पांचवीं गेंद पर 2 रन लिये। आखिरी गेंद पर चेन्नई को बराबरी के लिये 1 रन और जीत के लिये 2 रन चाहिए थे। शार्दुल को आखिरी गेंद पर मलिंगा ने LBW आउट कर दिया और इस रोमांचक मैच को मुम्बई ने 1 रन से जीतकर इतिहास रच दिया।

Scorecard:

MI- 149/8 (20 Overs)
CSK- 148/7 (20 Overs)

Final Number 1

वर्ष 2017 मे चौथी बार फाइनल मे पहुँची कप्तान रोहित की मुंबई इंडियन (MI) के सामने थे अपना दूसरा और आखिरी सीज़न खेल रहे राइजिंग पुणे सुपरजायेंट्स (RPS) जिसके कप्तान थे ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज खिलाड़ी स्टीवन स्मिथ। इसी टीम से धोनी भी खेल रहे थे। IPL इतिहास मे ऐसा पहली बार हुआ जब धोनी टीम के कप्तान नही बनाये गये।

खैर बात करते हैं मैच की। इस सीज़न MI-RPS के बीच 3 मैच हो चुके थे और तीनों ही बार जीत RPS को मिली। MI इस सीज़न मे टेबलटॉपर थे।

फाइनल मे पहले बल्लेबाजी करने का मौका मिला मुंबई को। हैदराबाद की पिच मुम्बई के बल्लेबाजों के लिये कब्रगाह साबित हुई। उनादकट, शार्दुल ठाकुर, एडम जाम्पा, वाशिंगटन सुन्दर और क्रिस्टियन बेल की घातक गेंदबाजी से मुंबई ने 7, 8, 41, 56, 65, 78 और 79 के स्कोर पर विकेट खोये। रोहित (24) और आखिर तक जमे कृणाल पाण्ड्या (47) ने स्कोर को जैसे-तैसे 8 पर 129 रन तक पहुँचाया।

जवाब मे पुणे की तरफ से एक बार फिर बेहतरीन शुरुआत हुई। 130 का लक्ष्य रहाणे, धोनी और स्मिथ के सामने बौना सा था। टीम के 71/1 के स्कोर पर रहाणे (44) जब आउट हुए तो उस टीम एक मजबूत स्थिति मे थी। दूसरे छोर पर कप्तान स्मिथ अपना स्वाभाविक खेल दिखाने मे लगे थे। हालाँकि मुंबई के गेंदबाज मलिंगा, कर्ण शर्मा, बुमराह और मिचेल जॉनसन ने RPS के सामने कसी हुई गेदबाजी की और मैच को आखिरी ओवर तक जिन्दा रखा।

बुमराह के 19वे ओवर मे RPS को 12 रन मिले, जिसमे से स्मिथ का एक छक्का भी शामिल रहा। खैर आखिरी ओवर मे RPS को 11 रनों की जरुरत थी। अब तक अपना अर्धशतक पूरा कर चुके स्मिथ नॉन-स्ट्राइकर छोर पर थें। गेंदबाजी की जिम्मेदारी मिचेल जॉनसन को मिली जो अब तक बेहतरीन स्पेल डाल चुके थे।

पहली गेंद पर मनोज तिवारी ने चौका जड़ दिया। इसके बाद दूसरी गेंद पर मनोज को पोलार्ड ने लपक लिया। तीसरी गेंद पर 51 रन पर खेल रहे जॉनसन के सामने हमवतन और पुणे के कप्तान स्मिथ थे। इस समय पुणे को 4 गेंदो मे 7 रनों की जरुरत थी। इस गेंद पर जॉनसन ने स्मिथ को भी रायुडू के हाथों कैच करा दिया।

जॉनसन के सामने अब वाशिंगटन सुन्दर और क्रिस्टियन बेल थे जिन्हे जीत के लिये 2 गेंदो मे 6 रन चाहिए थे। पाँचवी गेंद पर बेल ने 2 रन लिये। आखिरी गेंद पर जीत के लिये पुणे को 4 रन की जरूरत थी लेकिन 2 रन के लेने के बाद तीसरा रन पूरा करने से पहले ही क्रिस्टियन रन आउट हो गये। मैच मुम्बई ने एक रन से जीत लिया।

यह IPL के अब तक के इतिहास का सबसे छोटा फाइनल स्कोर है जिसे बाद मे गेंदबाजी करने वाली टीम ने डिफेंड भी कर लिया। और इसी वजह से 2017 के इस फाइनल को अब तक का सबसे रोमांचक फाइनल माना जाता है। इसी के साथ मुम्बई ने तीसरी बार IPL का खिताब अपने नाम करने का रिकॉर्ड बनाया।

Scorecard-

MI- 129/8 (20 Overs)
RPS- 128/6 (20 Overs)

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