कोरोना (Corona) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए टाटा ग्रुप (Tata Group) में अपने चार अस्पतालों को गोविंद सेंटर में तब्दील कर दिया है। ग्रुप की ओर से महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सरकार को 2-2 अस्पताल सौंप दिए हैं। ट्रस्ट ने इन अस्पतालों को कोविड ट्रीटमेंट सेंटर (Covid-19 treatment centre) के तौर पर अपग्रेड कर स्थानीय प्रशासन को सौंप दिया है।
टाटा ट्रस्ट के आधिकारिक प्रवक्ता ने सोमवार को इसकी सूचना मीडिया में साझा की। महाराष्ट्र के सांगली में 50 बेड का और बुलढाणा में 104 बेड का अस्पताल सौंपा है।जबकि उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में 168 बेड का अस्पताल और गोंडा में124 बेड के अस्पताल को अपग्रेड किया है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में यह काम ट्रस्ट ने एक अन्य संगठन के साथ मिलकर किया है।इसके अलावा टाटा समूह ने क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर और केयर इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज, हैदराबाद के साथ भी निशुल्क ऑनलाइन प्रशिक्षण और कोविड-19 स्वास्थ्य देखभाल के लिए professional का कौशल बढ़ाने के लिए भी एक समझौता किया है, जिसका लाभ 26 राज्यों के 356 अस्पतालों के कर्मचारियों को मिला है।
मौजूदा बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने का निर्णय टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन एन. टाटा के कहने पर लिया गया है। इसके अलावा ट्रस्ट द्वारा 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों और अस्पतालों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, मास्क, सर्जिकल मास्क, दस्तानें और काले चश्मे के अलावा कोविड-से जुड़े कई कार्यो के लिए दान दिए जा रहे हैं।
जानकारी दी गई है कि टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा निर्मित इन चारों केंद्रों में क्रिटिकल केयर, माइनर सर्जरी के लिए ऑपरेशन थिएटर, बेसिक पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी, डायलिसिस, ब्लड बैंक और टेलीमेडिसिन की यूनिट भी मौजूद हैं।