RJD में लौटे श्याम रजक, एक दिन पहले ही JDU छोड़ने का किया था ऐलान

पटना। देश में इन दिनों सियासी माहौल गर्माता जा रहा है। एक तरफ राजस्थान का सियासी संग्राम थमा तो बगावत का बिगुल बिहार से सुनाई देने लगा। बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले श्याम रजक RJD में शामिल हो गए। इसे JDU के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है।

जदयू से निष्काषित नेता और बिहार सरकार में मंत्री रहे श्याम रजक ने राजद में दोबारा वापसी की है। पटना में प्रेस कांफ्रेस के बीच तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी में शामिल किया।JDU से निकाले जाने के बाद अब रजक के तेवर बदले नजर आ रहे हैं। RJD में शामिल होने के बाद उन्होने कहा कि जेडीयू ने संविधान तोड़ा है। पार्टी में 99 फ़ीसदी नेता नीतीश कुमार से नाराज हैं, लेकिन वह कोई फैसला नहीं ले पा रहे हैं। मुझे दूसरों का पता नहीं लेकिन मैं आरजेडी में शामिल हो रहा हूं।

आपको बता दें कि  फुलवारी विधानसभा क्षेत्र से विधायक और नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में उद्योग मंत्री रहे श्याम रजक को मुख्यमंत्री की अनुशंसा पर मंत्रिपरिषद से हटाया गया है। बताया जा रहा है कि रजक ने जैसे ही पार्टी छोड़ने का ऐलान किया उन्हे पहले मनाने की कोशिश की गई जब वे नहीं माने  तो उन्हे पहले पार्टी से निष्कासित किया गया और उन्हे उद्योग मंत्री के पद से हटाने की भी घोषणा तत्काल की गई।

बिहार की राजनीती में बड़ा ट्विस्ट

 श्याम रजक बिहार की राजनीति में लंबे समय से बड़ा चेहरा माने जाते हैं। जातिगत समीकरण के लिहाज से देखें तो नीतीश कुमार के लिए रजक का आरजेडी  में शामिल होना तगड़ा झटका है क्योंकि बिहार में दलित वोटरों की संख्या लगभग 16 फ़ीसदी है और इन्हे साधने में रजक की भूमिका से हर कोई वाकिफ है।

यह पहली बार नहीं है कि श्याम रजक ने आरजेडी का दामन थामा है इससे पहले से भी रजक आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के करीबी के रूप में जाने जाते थे। वह आरजेडी और जेडीयू दोनों पार्टियों से करीब 25 साल विधायक रहे हैं। 1995 से लगातार अब तक छह बार विधायक रह चुके हैं। केवल 2009 के उपचुनाव को छोड़कर वही फुलवारी विधानसभा से लगातार चुने जाते रहे हैं।

अब जबकि विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं ऐसे में श्याम रजक का आरजेडी में शामिल होना सियासी गलियारे में एक नई हलचल पैदा करने वाला है।

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