UGC की अंतिम वर्ष या सेमेस्टर की परीक्षाओं (Last Year or Semester Exam) के मामले की आज हुई सुनवाई को अब मंगलवार, 18 अगस्त 2020 तक के लिए टाल दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली खण्डपीठ यूजीसी गाइडलाइंस मामले की सुनवाई कर रही है।
आज यानी 14 अगस्त को हुई सुनवाई के दौरान छात्रों का पक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी ने रखा। सुनवाई की शुरुआत में उन्होंने कहा कि जब संस्थान कक्षाओं का आयोजन नहीं कर पा रहे हैं तो परीक्षाएं कैसे आयोजित हो पाएंगी। MHA ने हाल ही में जारी अनलॉक 3 में शिक्षण संस्थानों को 31 अगस्त 2020 तक बंद रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि सामान्य हालात में कोई भी परीक्षाओं के विरोध में नहीं है। हम केवल महामारी के बीच परीक्षाओं का विरोध कर रहे हैं। वैश्विक महामारी के बीच परीक्षा कराना तानाशाही भरा निर्णय है।
वहीं युवा सेना की एक अन्य सम्बन्धित मामलेे की याचिका में वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम दीवान ने छात्रों का पक्ष रखा। वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम दीवान ने कहा कि 29 अप्रैल को देश भर में कोरोना मामलों की संख्या 1137 थी, लेकिन आज लाखों में है। महामारी की स्थिति भयावह होती जा रही है। ऐसे में परीक्षाएं कैसे आयोजित की जा सकती हैं। युवा सेना की याचिका में पक्ष रख रहे श्याम दीवान ने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम को राज्य और केंद्रशासित प्रदेश के डीएम प्रावधानों को सख्त बना सकते हैं, लेकिन इसे कमजोर नहीं कर सकते। ये UGC के दिशा-निर्देश राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा पालन किए जाने के लिए एक न्यूनतम मानक की सख्त व्यवस्था है।