Maharashtra: रिटायर्ड नेवी अफसर पर शिव सैनिकों द्वारा मारपीट मामले पर शिवसेना के प्रवक्ता संजय राऊत का गैर जिम्मेदाराना रवैया देखने को मिला है। उनका कहना है कि हमला करने से पहले आरोपियों ने पार्टी से नहीं पूछा था। साथ ही कहा कि महाराष्ट्र बहुत बड़ा राज्य है यहां इस तरह की घटनाएं होना सामान्य है।
संजय राउत (Sanjay Raut) ने मीडिया से हुई बातचीत में बयान दिया कि हमलावरों ने घटना को अंजाम देने से पहले पार्टी से नहीं पूछा था। उनका कहना है कि महाराष्ट्र एक बड़ा राज्य है और ऐसा किसी के साथ हो सकता है। उनकी सरकार मानती है कि किसी निर्दोष पर हमला नहीं होना चाहिए। हालांकि, कानून तो किसी दोषी पर भी हमले की इजाजत नहीं देता।
उन्होंने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह द्वारा घायल अफसर को फोन किए जाने पर भी टिप्पणी की। उनका कहना था कि वह दूसरे राज्यों में पूर्व सैनिकों पर हमला होने पर फोन नहीं करते हैं। मतलब साफ है की, संजय राव और शिवसेना का आरोप है कि बीजेपी इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है।
उन्होंने सरकार के पक्ष में बोला कि राज्य में हमेशा कानून का सम्मान किया जाता है। तभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया था। वह भी बिना देखें कि वे किसी पार्टी से जुड़े हुए हैं।
आपको बता दें कि गिरफ्तारी के कुछ ही देर बाद आरोपियों को पुलिस ने जमानत पर रिहा कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने शिवसेना नेता कमलेश कदम सहित छह शिवसैनिकों को पूर्व अफसर पर हमले के आरोप में गिरफ्तार किया था। यह पूरा विवाद उद्धव ठाकरे का एक कार्टून शेयर करने को लेकर हुआ है।