लखनऊ – जब से उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आई है समाजवादी पार्टी के नेता तब से ही भाजपा पर उनके साथ बदले की राजनीति किए जाने का आरोप लगाते आए हैं। इसी मुद्दे के साथ और अन्य कई मुद्दों को राज्यपाल के समक्ष रखने के लिए शुक्रवार 18 सितंबर को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश के बाद उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल से मिला।
सपा नेताओं से बदला
राज्यपाल से मुलाकात में समाजवादी पार्टी के नेताओं ने प्रदेश में बढ़ती अराजकता और अपराध के प्रति राज्यपाल को अवगत कराने के साथ-साथ अन्य कई मुद्दों पर भी ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि भाजपा सरकार विपक्ष के नेताओं के साथ खासकर समाजवादी पार्टी से जुड़े नेताओं के साथ द्वेषपूर्ण व्यवहार कर रही है और उन्हें झूठे मामलों में फंसा रही है। जो कि संविधान की ली गई शपथ के बिल्कुल विपरीत आचरण है। साथ ही प्रदेश में दिन-ब-दिन परिस्थितियां बिगड़ रही हैं और अपराध के मामले ज्यादा आ रहे हैं।
प्रदेश में बढ़े हैं अपराध
ज्ञापन में कहा गया कि प्रदेश में पिछले कुछ समय से फर्जी एनकाउंटर, हिरासत में होने वाली मौत काफी बढ़ी हैं। इसी के साथ लूट, हत्या, मारपीट, अपहरण और बलात्कार जैसे संगीन अपराध भी बढ़े हैं। साथ ही साथ प्रशासनिक तंत्र और पुलिस संवेदनहीन होती जा रही है। जो कि प्रदेश के भविष्य के लिए काफी घातक है। सत्तादल के इशारों पर राज्य की पुलिस काम कर रही है जो कि बहुत ही गैर जिम्मेदाराना हरकत है। बेरोजगार और नौकरी की तलाश में भटक रहे युवा और छात्र जब शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर अपने लिए नौकरी की मांग करना चाहते हैं, तब भाजपा सरकार पुलिस के द्वारा उन पर लाठियां चलवाती है, जो कि देश के भविष्य के साथ उचित व्यवहार नहीं है।
साथ ही बताया गया कि प्रतापगढ़ जिले की स्थिति काफी गंभीर है जहां सत्ता दल के इशारे पर समाजवादी पार्टी के नेताओं को पुलिस से खतरा है। ब्लॉक प्रमुख पट्टी माधुरी यादव के पति श्री सभापति यादव को एनकाउंटर किए जाने की धमकी मिल रही है। इसके अलावा जिला अध्यक्ष श्री छविनाथ यादव की गिरफ्तारी के बाद उनके भाई का उत्पीड़न पुलिस के द्वारा किया जा रहा है। कुंडा नगर पंचायत के चेयरमैन सीमा यादव के पति और पूर्व चेयरमैन श्री गुलशन यादव को भी पुलिस परेशान कर रही है।
प्रतिनिधिमंडल ने समाजवादी पार्टी के बड़े नेता और पूर्व मंत्री आजम खान का उदाहरण देते हुए राज्यपाल को अवगत कराया कि उन्हें और उनके परिवार को इस तरह से फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है। साथ ही राज्यपाल से गुजारिश की कि वह इन असंवैधानिक गतिविधियों पर किसी तरह रोक लगाएं। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के साथ सुनील सिंह साजन, आनंद भदौरिया और उदयवीर सिंह विधान मौजूद थे।