Rigging of postal ballot voting: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के बीच आगरा की फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। फातेहाबाद के एक दिव्यांग मतदाता ने पोलिंग पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पोलिंग पार्टी ने उससे पूछे बिना उसका वोट अपने आप ही डाल दिया। मतदाता का नाम सुरेंद्र है, जो कि जगराजपुर गांव का रहने वाला है।
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इस घटना पर क्षेत्र के लोगों ने इकठ्ठा होकर हंगामा करना शुरू कर दिया। वायरल वीडियो में मतदाता का यह कहना है कि वह साइकिल पर वोट डालना चाहता था पर पोलिंग पार्टी ने जबरन फूल पर वोट डलवा दिया। वीडियो में अधिकारी यह भी कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि “एक वोट से कुछ हो जायेगा क्या।”
Rigging of postal ballot voting: अखिलेश यादव ने किया मामले पर ट्वीट
वृद्धों और दिव्यांगों से वोट डलवाने में धांधली के मामले में फतेहाबाद विधानसभा में पोलिंग पार्टी पर, मतदाता की इच्छा के विरूद्ध, ख़ुद ही मनमाना वोट डालने का गंभीर आरोप लगा है।
चुनाव आयोग तत्काल कार्रवाई करे।
सपा-गठबंधन के सभी समर्थक व कार्यकर्ता वोटिंग के समय पूरी निगरानी रखें। https://t.co/Qfw4F8Ssl1
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 7, 2022
इस मामले पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि “वृद्धों और दिव्यांगों से वोट डलवाने में धांधली के मामले में फतेहाबाद विधानसभा में पोलिंग पार्टी पर, मतदाता की इच्छा के विरूद्ध, ख़ुद ही मनमाना वोट डालने का गंभीर आरोप लगा है। चुनाव आयोग तत्काल कार्रवाई करे। सपा-गठबंधन के सभी समर्थक व कार्यकर्ता वोटिंग के समय पूरी निगरानी रखें।”
Rigging of postal ballot voting: अखिलेश ने चुनाव आयोग से अधिकारियों को संस्पेंड करने की मांग की
बैलेट से वोट डलवाने में धांधली के मामले में एक प्रशासनिक अधिकारी का सरेआम ये कहना कि “एक वोट से कुछ होता है क्या” बेहद गंभीर मामला है।
चुनाव आयोग से अपेक्षा है कि ऐसे अधिकारियों को चिन्हित कर के तुरंत सस्पेंड किया जाए। pic.twitter.com/2Rd136ePiH
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 7, 2022
अखिलेश यादव ने दूसरा ट्वीट करते हुए लिखा कि “बैलेट से वोट डलवाने में धांधली के मामले में एक प्रशासनिक अधिकारी का सरेआम ये कहना कि “एक वोट से कुछ होता है क्या” बेहद गंभीर मामला है। चुनाव आयोग से अपेक्षा है कि ऐसे अधिकारियों को चिन्हित कर के तुरंत सस्पेंड किया जाए।” अपने ट्वीट में अखिलेश ने वायरल वीडियो को भी शेयर किया है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच मतदान होना हैं, जो कि 7 चरणों में पूरे किये जायेंगे। चुनाव आयोग ने दिव्यांग और 80 साल से अधिक आयु वाले वोटरों के लिए इस चुनाव में घर-घर जाकर वोट डलवाने की व्यवस्था की है और यह प्रक्रिया रविवार से शुरू भी कर दी गयी है।
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