प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरेश रैना को लिखा पत्र

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (MS Dhoni) को गुरुवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा लिखा गया पत्र Retirement के बाद मिला था। पीएम मोदी ने उस चिट्ठी में धौनी की तारीफ की थी और उनको नए भारत का उदाहरण बताया था। इसके बाद अब भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना को भी पीएम मोदी से एक पत्र मिला है, क्योंकि धौनी के साथ सुरेश रैना (Suresh Raina) ने भी इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।

शुक्रवार को सुरेश रैना ने उस पत्र को सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिसमें पीएम मोदी ने उनकी तारीफ की है। पीएम मोदी ने अपने लेटर में लिखा है, “15 अगस्त को आपने अपनी जिदंगी से जुड़ा एक बड़ा फैसला लिया। मैं इसे रिटायरमेंट तो नहीं कहूंगा, क्योंकि अभी आप युवा और ऊर्जावान हैं। आप क्रिकेट फील्ड पर अपनी पारी को समाप्त करने के बाद अपनी जिंदगी की नई पारी के लिए पैड बांध रहे हैं।”

https://twitter.com/ImRaina/status/1296651450974498817?s=19

पूर्ण खिलाड़ी कह संबोधित किया

पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा है, “आपने क्रिकेट को जिया है। खेल के प्रति आपकी लगन बचपन से ही थी और लखनऊ में आपने शुरुआत की। वहां से यहां तक का सफर शानदार रहा है। तीनों फॉर्मेट में देश का प्रतिनिधित्व करने के बाद आपको देश से काफी स्नेह मिला है। ये पीढ़ी आपको सिर्फ एक बल्लेबाज के तौर पर नहीं, बल्कि गेंदबाज के तौर पर भी याद रखेगी, क्योंकि आपने कप्तान को उस समय विकेट निकालकर दिया है, जब टीम को जरूरत थी। आपकी फील्डिंग भी सभी को प्रेरित करेगी।”

बेहतरीन फील्डर के रूप में याद किया

देश के प्रधानमंत्री ने लिखा है, “आपने मैदान पर फील्डर के तौर पर जितने रन बचाए हैं उनको गिनने में दिन लग जाएंगे। एक बल्लेबाज के तौर पर खासतर टी20 क्रिकेट में आपने दमदार प्रदर्शन किया है। टी20 क्रिकेट आसान प्रारूप नहीं है।” पीएम मोदी ने वर्ल्ड कप 2011 के रैना के योगदान को भी याद करते हुए लिखा है, “भारत कभी भी आपके वर्ल्ड कप 2011 के योगदान को नहीं भूलेगा, खासकर आखिर के मैचों में। मैंने अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप के क्वार्टरफाइनल में लाइव देखा था। आपकी वो पारी टीम की जीत के लिए अहम थी। मैं पुरजोर तरीके से कह सकता हूं कि फैंस आपके कवर ड्राइव्स को मिस करेगी, जिसका कभी मैं भी साक्षी रहा हूं।”

उन्होंने आगे कहा है, “खिलाड़ी सिर्फ फील्ड पर ही नहीं, बल्कि मैदान के बाहर भी अपना योगदान देते हैं। आपकी फाइटिंग स्पिरिट सभी याद रहेगी, क्योंकि आपने चोटों को मात देकर दमदार वापसी की थी। उसी समय आपने टीम भावना का भी उदाहरण पेश किया। आपने अपना ही नहीं, बल्कि टीम का और देश का भी मान बढ़ाया है। आप जैसे विपक्षी टीमों के विकेट को सेलिब्रेट करते थे, वो अद्भुत था।”

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