प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी corona काल में भी अलग-अलग कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। आज का प्रधानमंत्री का कारण एक महान व्यक्तित्व से जुड़ा हुआ है। आज प्रधानमंत्री मोदी ने डॉ बालासाहेब विखे पाटील की आत्मकथा का विमोचन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री बाबासाहेब पाटील के विषय में बात कर रहे हैं।
आज करेंगे विमोचन
13 अक्टूबर की सुबह 11:00 बजे प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से डॉ बालासाहेब विखे पाटिल की आत्मकथा का विमोचन किया और प्रवर ग्रामीण शिक्षा समाज का नाम उनके नाम पर ” लोकमेत डॉ बालासाहेब विखे पाटिल प्रवर रुलर एजुकेशन सोसाइटी” किया।
लोकसभा सदस्य थे डॉ बालासाहेब विखे
डॉ बालासाहेब विखे पाटिल कई बार लोकसभा के सदस्य रहे। उनकी आत्मकथा का नाम ” देह वीचवा कारणी ” है जिसका अर्थ – अपना जीवन किसी में काम के लिए समर्पित कर देना है। यह शीर्षक उपयुक्त है कि क्योंकि उन्होंने कृषि और सहकारिता समेत विभिन्न क्षेत्रों में अपने अग्रणी कार्यों के जरिए पूरा जीवन समाज को समर्पित कर दिया।
1964 में की गई थी सोसाइटी की स्थापना
प्रवर रुलर एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना 1964 में अहमदनगर जिले के लोनी में की गई थी इसका उद्देश्य ग्रामीण जनता को विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करना और बालिकाओं को सशक्त बनाना था ।यह संस्था छात्रों के शैक्षिक, सामाजिक ,आर्थिक ,सांस्कृतिक ,शारीरिक और मनोवैज्ञानिक विकास के मुख्य मिशन के साथ कर रही है।