Pratapgarh News Update: वर्षावास शिविर बुद्धविहार देवकली प्रतापगढ़ में हुआ आचार्य राजेश चन्द्रा जी का आगमन

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Pratapgarh News Update: बीते 25 सितम्बर, शनिवार को शिविर में हुआ धम्म प्रबोधन। धम्म चारिका में उमड़ी महिलाओं की भारी भीड़। इस अवसर पर वर्षावास शिविर बुद्ध विहार, देवकली, प्रतापगढ़ में आचार्य राजेश चन्द्रा जी ने शिरकत की।

Pratapgarh News Update: बुद्ध के साधना चरण के 11 लाभ मार्ग पर चलकर व्यक्ति अपनी संपूर्णता प्राप्त करता है।

मैत्री ही सम्पूर्ण धम्म है,जिसमें बुद्ध ने साधना के सारे चरण दिए हैं। इसमें ग्यारह लाभ मार्ग हैं, जिन पर चलकर व्यक्ति अपनी सम्पूर्णता को पाता है और सामुदायिकता को अपने जीवन में समावेशित करता है। मैत्री भावना के सभी चरणों की क्रमिक साधना ही आपको परिपूर्णता की तरफ ले जाती है।

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उक्त बातें जनपद में चल रहे पूज्य भन्ते कमल शील जी द्वारा देवकली बुद्ध विहार पर संचालित पावन वर्षावास अधिष्ठान शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका “मध्यम मार्ग” के संपादक, बौद्ध विद्वान, चिन्तक,धम्मध्वजा वाहक व कुशल वक्ता आचार्य राजेश चंद्रा जी ने अपने धम्म प्रबोधन में कही ।

Pratapgarh News Update: पारंपरिक श्वेत वस्त्रों में धम्मध्वजों के साथ भव्य स्वागत

 

इसके पूर्व उनके आगमन पर जनपद प्रतापगढ़ के धम्मानुरागियों द्वारा पारंपरिक श्वेत वस्त्रों में धम्मध्वजों के साथ भव्य स्वागत किया व पावन भिख्खू संघ के साथ निकाली गयी धम्म चारिका में पराम्परागत श्वेत वस्त्र में उपासिकाओं की बड़ी सहभागिता दिखाई दी। कार्यक्रम का बुद्धारंभ पावन भिख्खू संघ के सानिध्य में त्रिशरण, पंचशील व आनापानसति (ध्यान) द्वारा किया।

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दीपशिखा व दिनेश सरोज ने बुद्ध वंदना व स्वागत गीत प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों ओम नारायण अहिरवार व इं. अनिल कुमार मौर्य को स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र व धम्म पट्टिका से सम्मानित किया गया।

Pratapgarh News Update: वर्षावास का बौद्ध के आध्यात्मिक परंपरा में महत्वपूर्ण स्थान है।

अध्यक्षता कर रहे रामदेव जी ने कहा कि वर्षावास का बौद्ध के आध्यात्मिक परंपरा में महत्वपूर्ण स्थान है। संचालन कर रहे राकेश कन्नौजिया ने कहा कि इस महान परम्परा का प्रारम्भ बुद्धत्व की प्राप्ति के बाद भगवान बुद्ध ने किया था। वर्षावास के तीन माह में भिक्षु एवं श्रामणेर संघ विहार में रहकर बौद्ध धम्म की बारीकियों का अध्ययन मनन करते हैं।

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आषाढ़ पूर्णिमा (गुरु पूर्णिया) के दिन वर्षावास शुरू होता है, और यह आश्विनी पुर्णिमा कों समाप्त होता है ।मुख्य अतिथि श्रद्देय राजेश चन्द्रा जी द्वारा आगामी नवंबर माह में बुद्ध तपोभूमि सारनाथ की धम्म यात्रा की जानकारी दी गयी।

Pratapgarh News Update: इस अवसर पर प्रतापगढ़ के गणमान्य लोग अग्रणी भूमिका में रहे।

इस अवसर पर प्रतापगढ़ जनपद डॉ. भीमराव अंबेडकर चौराहा की स्थापना करने वाले तथा समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने वाले समृति शेष बाबू राम सनेही, शिवबालक राम पासी, बाबू चिन्तामणि सरोज, रामलाल कनौजिया जी व सरयू प्रसाद सरोज जी की स्मृतियों को भी याद कर उन्हें आदरांजलि हल्दी गयी। अन्त में बुद्धविहार देवकली के महामंत्री दूधनाथ ‘जिज्ञासु’ द्वारा उपस्थित अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन हुआ।

इस अवसर पर बहन लीलावती,रामरती बुआ जी, बहन सुशीला, सुशील “दद्दू”, वेद प्रकाश, दूधनाथ जिज्ञासु, सूर्यबली, सीपी राव, सुलोचना राव, बाबू लाल, दिनेश कुमार, संजय कुमार, अवधेश कुमार, उमेश चन्द्र, महेश मणि, संजय, सुनीता, शोभा कन्नौजिया, मधुबाला, संगीता, अंजनी सरोज आदि धम्म ध्वज वाहक की पंक्तियों में अग्रणी भूमिका में रहे।

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