संसद के आगामी मानसून सत्र के लिए कोरोना महामारी को देखते हुए ऐसे कई कदम उठाए गए हैं, जो 1952 से अब तक के संसदीय इतिहास में पहली बार देखने को मिलेंगे। पहली बार सांसद गैलरी, चैम्बर में बैठक लगाएंगे । संसद का मानसून सत्र 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक लगातार चलेगा । इस बीच रोज 4-4 घंटे अलग-अलग वक्त पर लोकसभा और राज्यसभा की बैठकें होंगी ।
सांसदों को परिसर में तभी प्रवेश मिलेगा जब 72 घंटे पहले की उनकी जांच नेगेटिव हो । उनके स्टाफ की भी कोविड टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव होनी चाहिए। यह नियम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी( Narendra Modi ) , कैबिनेट और राज्यमंत्री के साथ-साथ विपक्ष के दिग्गज नेताओं पर भी लागू होती है ।
इस बार के मानसून सत्र के लिए सरकार ने बताया है कि प्रश्नकाल नहीं होगा और शून्यकाल की अवधि एक घंटे के बजाय आधा घंटा की होगी । हालांकि इस मुद्दे पर सरकार की आलोचना भी हो रही है ।