मंगलवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार में सात विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, बिहार के तमाम सांसद और विधायक समेत आला अधिकारी भी मौजूद रहे।
पहली
इन परियोजनाओं में पटना नगर निगम अंतर्गत बेऊर में नमामि गंगे योजना के अंतर्गत बनाए गए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन किया गया। इस योजना की लागत 77 करोड़ 85 लाख रुपये है। इसके पूर्ण होने से पटना शहर के 11 वार्डों में रहने वाले लगभग 2,80,330 लोगों को लाभ मिलेगा।
दूसरी
इसी योजना अंतर्गत एक और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा। जिसकी क्षमता 37 MLD की होगी। यह सीवेज जोन-6 के लगभग 8.5 वर्ग किलोमीटर में स्थित होगा। जिसकी लागत 73 करोड़ 61 लाख रुपये आएगी। इसके पूरे होने से पटना शहर के 09 वार्डों में रहने वाले लगभग 241000 लोगों को लाभ मिलेगा।
तीसरी
वहीं सीवान जिला परिषद में AMRUT योजना के अंतर्गत ‘सीवान जलापूर्ति योजना फेज-1’ का उद्घाटन किया गया। जिसकी लागत 40 करोड़ 75 लाख रुपये है। योजना के पूरे होने से 18 वार्डों के 6584 घरों में लगभग 58673 लोगों को पाइप लाईन के माध्यम से चैबीसों घंटे पीने का शुद्ध पानी मिलेगा।
चौथी
चौथी योजना अंतर्गत छपरा नगर निगम में AMRUT योजना फेज-1′ का भी उद्घाटन किया गया। इसकी लागत 61 करोड़ 72 लाख रुपये है। योजना के पूर्ण होने से नगर निगम, छपरा के 45 वार्डों के 9670 घरों में लगभग 81000 लोगों को पाइप लाईन के माध्यम से चैबीसों घंटे पीने का शुद्ध जल मिलेगा।
पांचवी
मुंगेर नगर निगम में भी AMRUT योजना के अंतर्गत ‘मुंगेर जलापूर्ति योजना’ का भी शिलान्यास किया गया। जिसकी लागतों 217 करोड़ 79 लाख रुपये है. योजना के पूर्ण होने से नगर निगम, मुंगेर के 45 वार्डों के 38921 घरों में लगभग 250139 लोगों को पाइप लाईन के माध्यम से चैबीसों घंटे पीने का शुद्ध जल मिलेगा।
छठी
नगर परिषद, जमालपुर में AMRUT योजना के अंतर्गत ‘जमालपुर जलापूर्ति योजना’ का भी शिलान्यास किया गया। जिसकी लागत 69 करोड़ 30 लाख रुपये होगी। योजना के पूर्ण होने से नगर निगम, जमालपुर के 30 वार्डों के 14605 घरों में लगभग 125050 लोगों को पाइप लाईन के माध्यम से चैबीसों घंटे पीने का शुद्ध जल मिलेगा।
सातवीं
इसके अलावा नमामि गंगे योजना के अंतर्गत मुजफ्फरपुर RFD योजना का शिलान्यास किया गया। यह केन्द्र सम्पोषित योजना है, जिसकी लागत 10 करोड़ 77 लाख रुपये है। रिवर फ्रंट अन्तर्गत मुजफ्फरपुर शहर के तीन घाटों (पूर्वी अखाड़ा घाट, सीढ़ी घाट, चन्दवारा घाट) का विकास किया जायेगा।
इसके बाद रिवर फ्रंट पर कई प्रकार की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जैसेः- शौचालय, इनफॉर्मेशन कियोस्क, चेंजिंग रूम, पाथवे, वाच टावर इत्यादि. उक्त घाटों पर आकर्षक साईनेज, सुरक्षा व्यवस्था एवं पर्याप्त रोशनी भी उपलब्ध होगी। रिवर फ्रंट का निर्माण हो जाने से घाटों का मनोरम दृश्य के साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।