कोरोना महामारी के कारण जहां देश बंद था। वहीं संसद की कार्यवाही हुई बाधित रही। सोमवार से संसद का मॉनसून सत्र ( monsoon session) शुरू होने वाला है। जिसमें राज्यसभा के उपसभापति का चुनाव होने की संभावना है। कल यानी 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक यह मॉनसून सत्र चलेगा। यह सत्र कुल 18 दिनों का होगा, जिसे बिना किसी रुकावट के चलने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि इस बीच संसद के दोनों ही सदन अलग-अलग समय पर चलेंगे। इस दौरान सभी सांसदों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिहाज से अलग अलग 4 स्थानों पर बैठाया जाएगा।
संसद (parliament) के इस सत्र में विपक्ष चीन के साथ LAC पर चल रहे घमासान, अर्थव्यवस्था और कोरोना जैसे मुद्दों को लेकर सरकार का घेराव कर सकता है। इन 18 दिनों में केंद्र सरकार (central government) ने 11 विधेयक पेश करने की तैयारी की है। वहीं विपक्ष का कहना है कि कम से कम 4 विधेयकों का विरोध किया जाएगा।
संसद के मॉनसून सत्र में शामिल होने के लिए कश्मीर से फारुख अब्दुल्ला दिल्ली पहुंच चुके हैं। बता दें कि कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद कल पहली बार वहां संसद के कार्यों में शिरकत करेंगे।
आपको बता दें कि सत्र के पहले दिन राज्यसभा के उपसभापति (deputy speaker) का चुनाव हो सकता है। इस चुनाव में पूरी संभावना है कि वाद विवाद और मतभेद का माहौल बना रहेगा। इस हंगामे का कारण यह है कि एनडीए ने हरिवंश को उम्मीदवार बनाया तो विपक्ष की तरफ से मनोज झा को चुना गया है।
राज्यसभा में सांसदों की संख्या और सरकार और विपक्ष की ताकत के हिसाब से अंदाजा लगाया जा रहा है कि हरिवंश का चुनाव जीतना तय है। इसके बावजूद विपक्ष के उम्मीदवार मनोज झा की टक्कर भी कम नहीं लग रही है।