मौसम विभाग का कहना है कि केरल के अलावा देश अन्य भागों में मानसून समय से पहले पहुंच सकता है। केरल में मानसून की आमद के साथ जम्मू-कश्मीर में पश्चिम विक्षोभ का असर बरक़रार है। इसका असर देश के मौसम पर पड़ता नज़र आ रहा है।
मानसून का अगला पड़ाव केरलके बाद कर्नाटक और पूर्वोत्तर का होगा। यहाँ तक का सफर पूरा करने में इसे तीन से चार दिन लगेंगे। उम्मीद है कि 10 जून तक मानसून महाराष्ट्र और 20 जून तक गुजरात पहुंच सकता है।
बदले मौसम के साथ राजधानी दिल्ली एनसीआर में सोमवार शाम आंधी और तेज वर्षा ने ठंडक का एहसास दिलाया। दक्षिण पूर्व अरब सागर पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र केरल के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। उम्मीद है कि यह मानसून को रफ्तार देगा।