अन्ना आंदोलन के सिपाही और आर्य समाजी स्वामी अग्निवेश का निधन

दिल्ली – आर्य समाज (Arya Samaj) के अग्रणी कार्यकर्ता और बंधुआ मुक्ति मोर्चा (Bandhua Mukti Morcha) के संस्थापक स्वामी अग्निवेश (Swami Agnivesh) जी का शुक्रवार 11 सितम्बर को दिल्ली स्थित ILBS (इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एन्ड बायलरी साइंसेज में 81 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। मल्टी ऑर्गन फेल्यर (Organ Failure) के कारण कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था जिस वजह से काफी दिनों से गंभीर अवस्था में थे।

8 सितम्बर को स्वामी अग्निवेश को वेंटिलेटर लर रखा गया था पर डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बाद बचाया नहीं जा सका। मौत की सूचना स्वामी अग्निवेश के फेसबुक पेज पर दी गयी। सूचना में बताया कि शनिवार 12 सितम्बर को 11 से 2 बजे तक स्वामी का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए जंतर मंतर रोड(Jantar Mantar Road), नई दिल्ली स्थित कार्यालय में रखा जाएगा।

हरियाणा सरकार में मंत्री

1970 में आर्य सभा नाम (Arya Sabha) से राजनीतिक पार्टी की स्थापना के बाद 1977 में हरियाणा (Haryana) विधानसभा में चुने गए और शिक्षा मंत्री के रूप में सेवाएं दी। 1981 में बंधुआ मुक्ति मोर्चा संगठन की स्थापना की।

राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि

काँग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने स्वामी अग्निवेश को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें आर्य समाज के अग्रणी के रूप में याद किया। स्वराज इंडिया (Swaraj India) के अध्यक्ष योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) ने कहा कि जिस दौर में हिन्दू समाज को उनकी जरूरत है उस दौर में स्वामी अग्निवेश का जाना अपूरणीय क्षति है।

 

 

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