मनमोहन सिंह ने क्यों कहा था कि वे एक्सीडेंटल PM ही नहीं, एक्सीडेंटल वित्त मंत्री भी थे ?

साल 2018 के दिसंबर महीने की बात है । मौका था मनमोहन सिंह के किताब Changing India के लॉन्चिंग का । उस समय मनमोहन सिंह अपने जिंदगी के सफर को जनता के साथ साझा कर रहे थे। एक्सीडेंटल पीएम होने के सवाल पर उन्होंने बताया कि वे सिर्फ एक्सीडेंटल पीएम ही नहीं बल्कि एक्सीडेंटल फाइनेंस मिनिस्टर भी थे। उन्होंने बताया कि 1991 – 96 तक भारत के प्रधानमंत्री रहने वाले पीवी नरसिम्हा राव( P V Narshimha Rao) ने उन्हें अचानक से तैयार होकर शपथ ग्रहण में आने के लिए कह दिया । उस समय बिना किसी पूर्व तैयारी के उन्हें वित्त मंत्री बनने के लिए कह दिया गया था । वित्त मंत्री बनने के बाद मनमोहन सिंह ने जो किया वह इतिहास है।

उसी सम्मेलन में डॉ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर तंज कसते हुए कहा था कि भले ही लोग मुझे साइलेंट पीएम कहते हैं लेकिन मैं ऐसा प्रधानमंत्री नहीं हूं जो प्रेस में आने से डरता है।

 

मनमोहन सिंह का संक्षिप्त परिचय

2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहने वाले मनमोहन सिंह का जन्म भारत के विभाजन से पहले 26 सितंबर 1932 को पाकिस्तान(Pakistan) के पंजाब प्रांत में हुआ था। वह नेहरू और इंदिरा गांधी(Indira Gandhi) के बाद अब तक भारत के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर सबसे लंबे समय तक बैठने वाले व्यक्ति हैं। पदम विभूषण से नवाजे गए डॉ सिंह ने आरबीआई गवर्नर, योजना आयोग के उपाध्यक्ष और भारत के वित्त मंत्री के पद को भी सुशोभित किया है।

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