भारत और चीन के बीच LAC पर शुरू हुआ तनाव मैराथन बैठकों के बाद भी शांत नहीं हुआ है। पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो इलाके में चीन अभी भी मौजूद है। वहीं दूसरी ओर चीन को भारत ने भी करारा जवाब देने की ठान ली है। चीन को कई मोर्चों पर घेरने की तैयारी भी भारत ने शुरू कर दी है। जिसके तहत आज से भारतीय नौसेना (Indian navy) की तीन दिवसीय कमांडर्स (Navy commanders conference) की बैठक शुरू होने जा रही है। ये बैठक दिल्ली में होगी।
बता दें तीन दिनों की नौसेना की इस बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath singh) भी शामिल होगें। राजनाथ सिंह के अलावा आज से शुरू हो रहे सम्मेलन में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Bipin rawat) भी मौजूद रहेंगे। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य थल सेना और वायुसेना के साथ तालमेल को मजबूत करना है। साथ ही सम्मेलन में नौसेना के संगठनात्मक पुनर्गठन पर भी चर्चा की जाएगी।
डिपोर्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स (DMA) बनाए जाने और प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) पद बनाए जाने के बाद नौसेना कमांडरों का होने वाला पहला ये पहला तीन दिवसीय सम्मेलन है। आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सम्मेलन को संबोधित करेगें।
चीन की इस विस्तारवादी नीति को रोकने के लिए थल सेना के साथ ही वायु सेना और नौ सेना ने कमर कस ली है। इंडियन नेवी के सभी जंगी जहाज इस समय समुद्र में कड़ी चौकसी कर रहे हैं. हिंद महासागर क्षेत्र में कई युद्धपोतों और पनडुब्बियों की तैनाती भी की गई है।