जैसे-जैसे नवंबर नजदीक आता जा रहा है, अमेरिका मे राष्ट्रपति चुनावों (President Election) की सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं। एक तरफ रिपब्लिकन उमीदवार और वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (President Donald Trump) हैं तो दूसरी तरफ हैं डेमोक्रेट के उम्मीदवार जो बिडेन। इस वक़्त अमेरिका आन्तरिक तौर पर एक साथ चार मुद्दो पर व्यस्त है।
पहला, सबसे जरूरी मुद्दा
वैश्विक महामारी कोरोना है जिसे शायद अमेरिका मे इतनी गम्भीरता से लिया जा रहा है कि अब तक वहाँ सबसे ज्यादा 1 लाख 95 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी है और संक्रमितों की संख्या भी इस वक़्त दुनिया मे सबसे ज्यादा है।
दूसरा मुद्दा
इस वक्त अमेरिका के कैलिफोर्निया, ओरेगॉन और वाशिंगटन राज्य के जंगलों मे भयावह आग लगी हुई है जिससे अब तक 33 लोगों की जान जा चुकी है।
वेस्ट कोस्ट की इस आग पर ट्रम्प ने स्थानीय प्रशासन पर खराब फ़ायर मैनेजमेंट का आरोप लगाया है और इस सम्बंध मे ट्रम्प, डेमोक्रेट विजित राज्य कैलिफोर्निया मे जानकारी लेने जा रहे हैं।
दूसरी तरफ डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश मे हैं। यानी जंगलों की आग अब राजनीतिक गर्मी बढ़ाने के तौर पर इस्तेमाल की जा रही है।गौरतलब है कि ट्रम्प ने हाल ही मे पेरिस जलवायु सम्मेलन से अमेरिका को यह कहते हुए बाहर कर लिया था कि यह बेहद ही खर्चीला है।
तीसरा मुद्दा
आन्तरिक तौर पर इस वक़्त अमेरिका मे अश्वेत आन्दोलन और अन्य मुद्दों को लेकर शहरों की सडकों पर अराजकता फैली हुई है। ट्रम्प प्रशासन इन पर काबू पाने मे विफल साबित हो रहा है। खैर, ठीक से देखा जाये तो ट्रम्प के लिये ये फिलहाल कोई मुद्दा नही है, उनके लिये ये बस आम बातों की तरह बस घटित हुआ जा रहा है।
और चौथा मुद्दा, कि अमेरिका मे राष्ट्रपति का चुनाव है
और यही इस वक़्त देश मे एकमात्र और सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मुद्दा बनकर छाया हुआ है।यूं तो कोविड-19 के कारण अमेरिका मे इस बार राष्ट्रपति चुनावों मे उम्मीदवारों की उतनी रैलियाँ नही हो पा रहीं हैं। लेकिन अब आखिरी के इन दो महीनों मे रिपब्लिकन ट्रम्प और डेमोक्रेटिक जो बाइडेन कोई कसर नही छोड़ना चाहतें।
इस बीच रविवार को ट्रम्प ने कई महीनो बाद नवादा के प्रशासन के खिलाफ जाकर इनडोर रैली की, जिन्होने रैली मे इकट्ठी भीड़ के कोविड नियम तोड़ने पर चेताया था। इस रैली मे उनके समर्थकों ने इनडोर रैली मे होते हुए भी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई। उन्होने मास्क लगाने का भी विरोध किया।
नवादा के गवर्नर स्टीव सिसोलेक ने इस रैली के पहले ट्वीट करके कहा,
“आज रात प्रेसीडेंट ट्रम्प अपने स्वार्थ के कारण नवादा को कई जिन्दगियों को खतरे मे डाल रहें हैं। शायद प्रेसीडेंट यह भूल चुके हैं कि अमेरिका इस वक़्त ग्लोबल पैन्डेमिक के दौर से जूझ रहा है।”
इस पर ट्रम्प ने भी नवादा की जनता से डेमोक्रेट गवर्नर के खिलाफ जाकर अपने राज्य को खोलने का दबाव बनाने की अपील की थी।खैर, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इन बातों पर ध्यान देना कुछ जरुरी नही समझा और चाहे जो हो जाये The Show Must go on की तर्ज पर चलते हुए ट्रम्प ने नवादा के हेंडरसन की इस रैली मे कोरोना से लड़ाई मे अपनी तारीफ करते हुए कहा कि,
“हमने अतुलनीय कार्य किया है। हमने अब तक लाखों जाने बचाई हैं और इस कार्य के लिये हमे कोई क्रेडिट नही मिला है।”
वैसे आपको बता दें कि अब तक अमेरिका मे कोरोना से 1 लाख 95 हजार से ज्यादा लोगों की जान जो चुकी है जो विश्व मे सबसे ज्यादा है। खैर!
इस बीच कोरोना महामारी के समय मे जब इस वक़्त सबसे ज्यादा अमेरिका ही प्रभावित है, ट्रम्प की इनडोर रैली को लेकर कई सवाल उठे। इन सवालों पर ट्रम्प के ‘इलेक्शन कैंपेन के डायरेक्टर टिम मोर्टा’ ने रिपोर्टरों से कहा,
“अगर आप गलियों मे प्रदर्शन कर रहें दसियों हजार लोगों मे शामिल हो सकते हैं, किसी कसीनो मे जुआ खेल सकते हैं या फिर किसी छोटे बिज़नेस को दंगों के दौरान जला सकते हैं तो आप पहले अमेंडमेंट के तहत शांति से एकजुट होकर यूनाइटेड स्टेट्स के राष्ट्रपति को भी सुन सकते हैं।”.
इनडोर रैलियाँ ट्रम्प के लिये रही हैं ‘प्रोब्लमेटिक’
20 जून को टुल्सा शहर के ओकलाहामा मे ट्रम्प ने इनडोर रैली की थी। इसमे भी उनके समर्थकों ने मास्क लगाने से मना कर दिया था। इसके एक सप्ताह बाद ही टुल्सा मे कोरोना के केसों मे भारी बढ़त दर्ज की गई।
जून की इस रैली के बाद बढ़े कोरोना मामले के बाद से ट्रम्प के लिये इनडोर रैलियाँ मुश्किलें पैदा करने वाली रही हैं।
फिलहाल ट्रम्प के इलेक्शन कैम्पेन की ओर से कहा जा रहा है कि आगे होने वाली रैलियों मे आने वाले समर्थकों को मास्क बाँटे जायेंगे। इसके साथ ही उन्हे मास्क का प्रयोग करने के लिये भी प्रेरित किया जायेगा।
ANSHU MISHRA