Gorakhpur Vidhan sabha Chunav: यूपी के सीएम योगी के विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर ये कयास लगाये जा रहे थे कि योगी इस बार अयोध्या से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन सभी कयासों पर अब विराम लग चुका है। योगी ने ये स्पष्ट कर दिया है कि वो अयोध्या नहीं बल्कि अपने संसदीय क्षेत्र गोरखपुर से ही विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे।
Gorakhpur Vidhan sabha Chunav: बीजेपी नेता चाहते थे कि योगी अयोध्या से लड़े विधानसभा चुनाव
योगी 2017 में मुख्यमंत्री बनने से पहले लगातार 5 बार गोरखपुर से लोकसभा चुनाव जीत चुके थे लेकिन उन्होंने इससे पहले कभी भी विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा था। इसके बाद पार्टी की तरफ से इस तरह की खबरें सामने आने लगी की भाजपा के नेता यह चाहते हैं कि योगी आदित्यनाथ अपना पहला विधानसभा चुनाव अयोध्या से लड़ें।
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योगी आदित्यनाथ समेत पार्टी के कई दिग्गज नेताओं को भाजपा विधानसभा के चुनावी मैदान में उतारेगी, पार्टी के इस फैसले की जानकारी सामने आते ही योगी की विधानसभा सीट को लेकर चर्चा शुरू हो गई।
Gorakhpur Vidhan sabha Chunav: भाजपा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट ने सभी को चौंका दिया
इस बीच बार-बार यह खबर भी निकल कर सामने आती रही कि पार्टी तो योगी को अयोध्या से लड़वाना चाहती है लेकिन योगी स्वयं गोरखपुर से ही चुनाव लड़ना चाहते हैं। लेकिन इसके बावजूद यह कहा जाता रहा कि योगी के अयोध्या से लड़ने से उसी तरह का माहौल बनेगा जैसा कि 2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के वाराणसी संसदीय सीट से लड़ने से बना था। यह भाजपा के हिंदुत्व के एजेंडे के भी अनुकूल था लेकिन शनिवार को सामने आई भाजपा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट ने सबको चौंका दिया।
अनुमान के मुताबिक भाजपा ने पहले और दूसरे चरण के उम्मीदवारों के साथ-साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के उम्मीदवारी की घोषणा भी की। मौर्य को तो सिराथू से ही उम्मीदवार बनाया गया लेकिन योगी आदित्यनाथ को अयोध्या से नहीं बल्कि गोरखपुर शहर से चुनावी मैदान में उतारने का ऐलान किया गया।
Gorakhpur Vidhan sabha Chunav: जेपी नड्डा व पीएम मोदी के मार्गदर्शन में लिया गया फैसला
शनिवार को भाजपा की पहली लिस्ट जारी करने के लिए पार्टी मुख्यालय पहुंचे केंद्रीय मंत्री एवं उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान को भी इस बात का अंदाजा बखूबी था कि जैसे ही वो योगी के अयोध्या की बजाय गोरखपुर शहर से चुनाव लड़ने का ऐलान करेंगे, वैसे ही मीडिया की तरफ से सवाल भी पूछे जाएंगे।
इसलिए योगी आदित्यनाथ के विधानसभा सीट का ऐलान करने से पहले ही धर्मेंद्र प्रधान ने स्वयं इसका कारण बताते हुए दावा किया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भाजपा संसदीय बोर्ड ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर शहर से और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को सिराथू से विधानसभा चुनाव लड़वाने का फैसला किया है।
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