Gandhi Jayanti 2021: 2 अक्टूबर को हर साल बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है, क्योंकि आज के ही दिन महात्मा गांधी का जन्म हुआ था जिन्होंने सब को अहिंसा के रास्ते पर चलने की शिक्षा दी। 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में जन्मे महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के सिद्धांत के दम पर अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया। उन्हीं के विचारों के सम्मान में 2 अक्टूबर को हर साल अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस भी मनाया जाता है।
Gandhi Jayanti 2021- महात्मा गांधी 4 भाई बहनों में सबसे छोटे थे
महात्मा गांधी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था। गांधी जी के पिता का नाम करमचंद गांधी था। जो कि राजकोट में दीवान थे इनकी माता का नाम पुतलीबाई था। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस की तरह गांधी जी के जन्म दिन को भी राष्ट्रीय पर्व का दर्जा दिया गया है।
Gandhi Jayanti 2021- महात्मा गांधी को 5 बार नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया गया था
महात्मा गांधी स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। 30 जनवरी को नाथूराम गोडसे ने गांधी जी की गोली मार कर हत्या कर दी थी। गांधी जी की अंतिम यात्रा 8 किलोमीटर लंबी निकली गई थी।
Gandhi Jayanti 2021- गांधी जी की पहली कमाई 30 रुपए थी
गांधी जयंती के उपलक्ष्य पर आज हम आपको महात्मा गांधी के बारे में कुछ ऐसी रोचक जानकारी देने जा रहे हैं, जिसके बारे में शायद आपको पता न हो।
Gandhi Jayanti 2021- ब्रिटेन ने बापू के निधन के 21 साल बाद उनके नाम से डाक टिकट जारी किया
- दक्षिण अफ्रीका में गांधी जी ने 1899 के एंग्लो बोएर युद्ध में स्वास्थ्यकर्मी के तौर पर लोगों की मदद की थी। यहीं पर उन्होंने युद्ध की भयावक्ता देखी थी और अहिंसा के मार्ग पर चल पड़े थे।
- महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन महात्मा गांधी से खासे प्रभावित थे। आइंस्टीन ने कहा था कि लोगों को यकीन नहीं होगा कि कभी ऐसा इंसान भी इस धरती पर आया था।
- अमेरिका के महात्मा गांधी कहे जाने वाले मार्टिन लूथर किंग जूनियर भी महात्मा गांधी से काफी प्रेरित थे। अपनी आत्मकथा में मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने अपने विचारों और कार्यों का ज्यादा श्रेय महात्मा गांधी को दिया। 1955-56 में किंग जूनियर की भागीदारी वाला प्रसिद्ध मांटगोमरी बस बहिष्कार आंदोलन महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन और सत्याग्रह से ही प्रेरित था।
अल्बर्ट आइंस्टीन महात्मा गांधी से बहुत प्रभावित थे
- महात्मा गांधी अंग्रेजी बोलना जानते थे, उन्हें ये भाषा उनके आयरलैंड के साथी ने उन्हें सिखाई थी, लेकिन गांधी जी हमेशा अंग्रेजी बोलने से बचते थे।
- महात्मा गांधी ने कई किताबें और लेख लिखे, लेकिन हकीकत में उनकी हेंडराइटिंग बिल्कुल भी अच्छी नहीं थी, हालांकि जब भी समय मिलता वो अपनी हेंडराउटिंग में सुधार करने का प्रयास करते रहते थे और इसे लेकर चिंचित भी थे।
- गांधी जी रोज़ाना 18 किलोमीटर पैदल चलते थे। इस हिसाब से अगर अंदाज़ा लगाया जाए तो, बापू अपने जीवन में आमतौर पर जितना चले हैं, अगर उसे जोड़ दिया जाए, ये धरती का दो बार चक्कर लगाने के बराबर है।
गांधी जी अपने जीवन काल मे कभी भी हवाई यात्रा नहीं कि
- गांधी जी ने अपने जीवनकाल में कभी भी अमेरिका का दौरा नहीं किया और ना ही कभी हवाई यात्रा की।
- उनकी शवयात्रा में करीब दस लाख लोग साथ चल रहे थे और 15 लाख से ज्यादा लोग रास्ते में खड़े हुए थे।
- जिस देश से भारत को आजादी दिलाने के लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी, उसी ने उनके सम्मान में डाक टिकट जारी किया। जी हां, ब्रिटेन ने उनके निधन के 21 साल बाद उनके नाम से डाक टिकट जारी किया।
- उन्हें 5 बार नोबल पुरस्कार के लिए नामित किया गया था। 1948 में पुरस्कार मिलने से पहले ही उनकी हत्या हो गई।
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